संपूर्ण विश्व को अपनी आध्यात्मिक चेतना एवं गुरुत्व से मार्गदर्शन प्रदान करने वाले स्वामी विवेकानंद ने अपने चरित्र एवं आचरण से यह सिद्ध कर दिया कि विशुद्ध भारतीय चेतना ही संपूर्ण विश्व के लिए कल्याणकारी हो सकती है और यही भारत विश्व गुरु के रूप में जब अपनी पूर्ण प्रतिष्ठित चेतना के साथ प्रकट होगा तो विश्व में बंधुत्व के भाव को स्थापित किया जा सकता है उक्त विचार चोटी योग संस्थान की स्वामी अनादि सरस्वती ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा मन्ना हवेली में आयोजित गुरु पूर्णिमा के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहे उन्होंने कहा कि ठाकुर रामकृष्ण परमहंस और मां शारदा से प्रेरणा लेकर स्वामी विवेकानंद ने युवाओं में प्राण फूंकने का काम किया जो आज भी अनवरत जारी है।
इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र की प्रांत संगठन एवं जीवन व्रती कार्यकर्ता शीतल बेन ने गुरु पूर्णिमा के अवसर को भारतीय संस्कृति के आचरण का अवसर बताया जिसमें हमारा भोजन, भजन, भाषा, भूषा इत्यादि में भारतीय संस्कृति की झलक मिलनी चाहिए और इसके लिए हम अमृत परिवार की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रयत्नशील बने।
नगर प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि इससे पूर्व क्रीडा योग के तहत अंकुर प्रजापति ने साधकों को योग खेल खिलाए तथा विभाग संपर्क प्रमुख रविंद्र जैन के नेतृत्व में भजन संध्या का आयोजन हुआ। विवेकानंद केंद्र की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माननीय निवेदिता भिड़े के द्वारा प्रेषित गुरु पूर्णिमा पत्र का वचन लक्ष्मी चौहान ने किया।
इस अवसर पर नगर संचालक डॉक्टर श्याम भूतड़ा, के के गौड बी के चौहान सहित विवेकानंद केंद्र के कार्यकर्ता गण उपस्थित थे।