प्रभु का जो दिया हुआ है वही पर्याप्त है अर्थ अर्थ जो मिला है उसमें सब्र करो जो प्राप्त हुआ है उसमें ही मौज करो क्योंकि जो प्राप्त हुआ है वही पर्याप्त है यह संतुष्टि प्रत्येक इंसान को होनी चाहिए तुलना करने बैठ जाएंगे हर अंगुली में कुछ ना कुछ फर्क मिलेगा हर इंसान में कुछ न कुछ फर्क मिलेगा किसी को अधिक किसी को ज्यादा तो मान्यता इस बात की होनी चाहिए जो प्राप्त है उसमें ही खुशियां बनानी चाहिए
मुनि श्री सद्भाव सागर जी महाराज ने कहा दिन कभी एक से नहीं होते आज कुछ है कल कुछ है इसलिए हर समय के लिए तैयार रहें सजग रहें जागृत रहे जीवन की सार्थकता इसी में है
णमोकार महामंत्र अनुष्ठान से जुड़ रहे हैं श्रावक जन श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच के तत्वाधान में चल रहे अजमेर की पावन धरा विद्यासागर तपोवन में मुनि श्री संकल्प सागर जी महाराज एवं मुनि श्री 108 सद्भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में भव्य आयोजन चल रहा है णमोकार अनुष्ठान में प्रतिदिन 6:30 बजे शाम को श्रावक जैन सामूहिक रूप से णमोकार का जाप कर रहे हैं आज प्रातकाल निर्मल सेठी महेश गंगवाल ने शांति धारा की मुनि श्री के नित्य प्रवचन प्रतिदिन प्रातः काल 8:15 हो रहे हैं
8 जुलाई शनिवार को महावीर प्रसाद पारस जैन परिवार द्वारा णमोकार महामंत्र अनुष्ठान किया जाएगा