अजमेर। कांग्रेस ने जिला कलेक्टर से मिलकर आरोप लगाया कि पिछले दिनों हुई अतिवृष्टि से अजमेर शहर के जल भराव से जो हालात हुए उसके लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार है सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाये और प्रशासन मूक होकर सब कुछ देखता रहा अगली बारिश से पूर्व अगर हालात नहीं सुधारे गए तो कांग्रेस एक जन आंदोलन की राह पर होगी।
बुधवार को शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व में पूर्व विधायकों एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के शिष्ठमंडल ने कलेक्टर लोग बंधू से मुलाकात की और शहर में गत दिनों हुए जल भराव पर विस्तृत एवं तथ्यात्मक चर्चा की कलेक्टर को बताया गया कि कुछ समय से अजमेर में बारिश होने के साथ ही आनासागर झील के किनारे बसी आवासीय एवं वाणिज्यिक बस्तियों में जल भराव की भीषण समस्या बारंबार उत्पन्न हो रही है। बार-बार उत्पन्न होने वाली यह जल भराव की समस्या प्राकृतिक ना होकर मानव निर्मित है। कलेक्टर को अवगत कराया गया कि आनासागर झील में नियम विरुद्ध निर्माण कार्य करवाए जाने का मुख्य कारण जल भराव रहा इसके लिए नगर निगम बोर्ड के पदासीन नेताओं एवं अधिकारि प्रत्यक्ष तौर पर जिम्मेदार हैं। इस संबंध में एक विशेष जांच दल गठित किया जाकर प्रकरण की जांच करवाई जानी अपेक्षित है।
अजमेर नगर निगम में भाजपा शासित बोर्ड के कार्यकाल के दौरान आनासागर झील के चारों ओर पाथवे का निर्माण करवाया गया। उक्त पाथवे का निर्माण सभी नियमों को ताक में रखकर आनासागर झील के कैचमेंट-एरिया एवं वेट-लैंड क्षेत्र में करवाया गया। चूंकि आनासागर झील भी राष्ट्रीय झील संरक्षण मिशन अंतर्गत आता है। इसलिए आनासागर झील के संबंध में नियम 2010 एवं 2017 लागू होते हैं। वेटलैंड कंजर्वेशन मैनेजमेंट रूल्स 2010 के नियम 4 के अनुसार किसी भी झील के वेटलैंड अथवा उसके प्रवाह क्षेत्र में स्थाई निर्माण पूर्णतया प्रतिबंधित है। उक्त नियमों की पूर्णतया अनदेखी की जाकर नगर निगम भाजपा बोर्ड द्वारा आनासागर झील के वेटलैंड और उसके प्रवाह क्षेत्र में खुलकर पाथवे लेक व्यू सेवेन वंडर्स आदि बड़े स्तर पर निर्माण कार्य करवाए गए।
कलेक्टर लोकबन्धु को बताया गया कि अशोक मलिक बनाम राजस्थान सरकार नामक वाद अंतर्गत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल सुनवाई करते हुए आनासागर झील के वेटलैंड में निर्मित पाथवे सेवेन वंडर्स लेक व्यू आदि समस्त निर्माणों को ध्वस्त करने के आदेश पारित किए गए। किंतु भाजपा शासित नगर निगम बोर्ड द्वारा एनजीटी के आदेशों की भी निरंतर और अच्छी की जा रही है। यही नहीं उक्त निर्माण कार्यों के दौरान आनासागर झील में लाखों टन निर्माण सामग्री जैसे पत्थर/ बजरी/ भर्ती-मृदा को निर्माण उपरांत आना सागर झील के भीतर ही छोड़ दिया गया। जिससे आना सागर की जल भराव क्षमता क्षीण हो गई। कैचमेंट एरिया एवं वेटलैंड क्षेत्र में भाजपा शासित नगर निगम बोर्ड की देखरेख में करवाए गए उक्त निर्माण कार्यों एवं निर्माण के दौरान झील के भीतर ही छोड़ दिए गए मलबे के परिणाम स्वरूप आनासागर झील की जल संग्रहण क्षमता 40% कम हो गई।
७. आनासागर झील की जल संग्रहण क्षमता को भाजपा शासित नगर निगम बोर्ड के पदासीन नेताओं एवं अधिकारियों द्वारा 40% नष्ट कर दिए जाने का ही परिणाम है कि अजमेर में कम/अधिक बरसात होते ही पूरे शहर में जल भराव हो जाता है। जिसमें नागरिकों को जन धन की हानि का सामना निरंतर करना पड़ रहा है।
एनजीटी कोर्ट द्वारा आनासागर झील के वेटलैंड क्षेत्र में करवाए गए गैर कानूनी निर्माण को ध्वस्त किए जाने के आदेशों की प्रति ईमेल के माध्यम से जिला कलेक्टर अजमेर को भी पालनाथ प्रेषित की गई थी । किंतु जिला कलेक्टर अजमेर द्वारा भी अभी तक गैरकानूनी निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई नहीं की गई। जिसके परिणाम स्वरूप अजमेर शहर में बार-बार जल भराव की समस्या उत्पन्न हो रही है। शिष्ठमंडल ने कलेक्टर को दो टूक शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अगली बरसात से पूर्व आना सागर के संबंध में कोई ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो कांग्रेस एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा करेगी
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मांग रखी की अजमेर शहर में पिछले कुछ समय से बिजली की अघोषित कटौती की जा रही है। इसके कारण शहर वासी बेहद परेशान है। किंतु टाटा पावर लिमिटेड द्वारा अघोषित कटौती को रोकने का कोई प्रभावी प्रयास नहीं किया जा रहा है। टाटा पावर लिमिटेड प्रबंधन को इस हेतु पाबंद किया जाना अपेक्षित है। अजमेर में पेयजल सप्लाई की स्थिति बाद से बदतर होती जा रही है। अनेक इलाकों में बेहतर घंटे के अंतराल से पेयजल आपूर्ति की जा रही है, जो निराशाजनक है। अतः जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को नियमित पेयजल आपूर्ति हेतु सख्ती के साथ पाबंद किया जाना आवश्यक है।
कलेक्टर से मिले प्रतिनिधि मंडल में पूर्व विधायक डॉ राजकुमार जयपाल महेंद्र सिंह रलावता प्रताप यादव मुजफ्फर भारती अंकुर त्यागी एवं पार्षद मनीष सेठी शामिल थे।
भवदीय
विजय जैन