अजमेर, 30 अक्टूबर। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में जिले में सड़क सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने एवं सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने पर चर्चा की गई।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं मानव जीवन की क्षति और परिवारों की पीड़ा से जुड़ी होती हैं। इसके लिए विभागीय समन्वय, समयबद्ध रिपोर्टिंग और निरंतर मॉनिटरिंग अनिवार्य है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में घटित प्रत्येक सड़क दुर्घटना की समीक्षा की जाए और आईआरएडी पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का मासिक संयुक्त निरीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए।
उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं की संयुक्त जांच में प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि आईआरएडी के डेटा विश्लेषण के आधार पर एम्बुलेंस, पेट्रोलिंग वाहनों और ट्रैफिक मॉनिटरिंग की तैनाती को वैज्ञानिक ढंग से किया जाए। थानाधिकारियों को आईआरएडी डेटा एंट्री समयसीमा में पूरी करने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने जिले में चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर किए गए सुधार कार्य की समीक्षा करते हुए शेष पर कार्य प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। नसीराबाद घाटी, नागफनी तिराहा, मार्टिनल ब्रिज, श्रीनगर, चिड़िया बावड़ी आदि स्थानों पर सिग्नलिंग सिस्टम, स्पीड ब्रेकर, गार्ड रेलिंग, सर्विस रोड निर्माण अथवा फ्लाईओवर प्रस्तावित किए जा रहे हैं। फ्लाईओवर और सर्विस लाइन आवश्यकताओं को अजमेर विकास प्राधिकरण, सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को संयुक्त रूप से साइट विजिट कर आवश्यक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
उन्होंने राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गाे पर अवैध कटों को हटाने और बैरिकेडिंग एवं साइनेज लगाने के निर्देश दिए। यातायात पुलिस को यातायात नियमों की सख्ती से पालना करने के निर्देश दिए। बैठक में राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गाे पर आवारा पशुओं के कारण दुर्घटनाएं रोकने के लिए नगर निगम को प्रतिदिन सायंकाल विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। पशुओं के सींगों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाने एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण विभाग रात्रि पेट्रोलिंग कर पशुओं को हटाने के निर्देश दिए। साथ ही मार्ग पर डेयरी बूथ हटाने, कांजी हाउस सुविधा बढ़ाने और गोशालाओं के साथ समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने वाहन फिटनेस जांच के दौरान रिफ्लेक्टिव टेप और अंडर-रन प्रोटेक्शन डिवाइस की अनिवार्यता की आवश्यकता बताते हुए पालना करने के निर्देश दिए। साथ ही गंभीर दुर्घटनाओं में दोषी पाए जाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को शिविर लगाकर व्यावसायिक वाहन चालकों के नेत्र जांच नियमित रूप से करने के निर्देश दिए। साथ ही ट्रॉमा सेंटर पर चिकित्सक, स्टाफ एवं एम्बुलेंस की उपलब्धता और रिक्त पद भरने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने अजमेर विकास प्राधिकरण और परिवहन विभाग को मिलकर ओवरलोड वाहनों की कार्रवाई के लिए सीजर यार्ड के लिए भूमि आवंटन शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शहर और ग्रामीण विद्यालयों में सड़क सुरक्षा जागरूकता गतिविधियाँ संचालित करने के निर्देश दिए। दीपावली अवकाश के बाद सड़क सुरक्षा सप्ताह और विशेष जन-जागरूकता अभियान आयोजित करने को निर्देशित किया। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को सीवरेज चौंबर ढक्कन, रेलिंग, सड़क संकेतक तथा बरसात से प्रभावित हिस्सों की प्राथमिकता से मरम्मत करने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग को राजमार्गों के किनारे स्थित ट्रांसफॉर्मर एवं पोल को यातायात-अनुकूल स्थानांतरित करने को निर्देशित किया। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि सड़क सुरक्षा बहु-स्तरीय विषय है। इसमें यातायात प्रबंधन, आपात सेवा, प्रवर्तन, इंजीनियरिंग और जागरूकता सभी आवश्यक घटक हैं।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हिमांशु जांगिड़, जिला परिवहन अधिकारी श्री प्रकाश टहलयानी, सार्वजनिक निर्माण विभाग, चिकित्सा विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।