केसरगंज आर्य समाज मार्ग क्षेत्र में आवारा कुत्तों की लगातार बढ़ती संख्या स्थानीय नागरिकों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है। राहगीरों पर झपटने, पीछा करने और काटने जैसी घटनाओं से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा प्रभावित हो रही है और मोहल्ले में भय का वातावरण बन गया है।
स्थानीय निवासी एवं एडवोकेट विकास अग्रवाल तथा अजमेर शहर व्यापार महासंघ के प्रवक्ता कमल गंगवाल ने इस समस्या को लेकर राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर प्रशासन को स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति न केवल नगर निगम की जिम्मेदारियों की उपेक्षा दर्शाती है, बल्कि पशु जन्म नियंत्रण अधिनियम 2023 और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार कुत्तों की नसबंदी, टीकाकरण और निगरानी संबंधी प्रावधानों के प्रभावी क्रियान्वयन के भी विपरीत है।
गंगवाल व अग्रवाल ने बताया कि क्षेत्र में कई लोगों को कुत्तों द्वारा काटे जाने के बाद रेबीज़ टीकाकरण करवाना पड़ा है, जो नागरिक सुरक्षा के लिए गंभीर संकेत है। मंदिरों, स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों के बाहर कुत्तों के झुंड बने रहने से दुर्घटनाओं और हमलों की आशंका लगातार बनी रहती है।
एडवोकेट अग्रवाल ने प्रशासन से मांग की कि आवारा कुत्तों के नियंत्रण हेतु तत्काल पशु नियंत्रण कार्यक्रम लागू किया जाए, पकड़-धकड़ और टीकाकरण अभियान को प्राथमिकता दी जाए तथा संवेदनशील क्षेत्रों में कठोर निगरानी की व्यवस्था की जाए।
विकास अग्रवाल, अधिवक्ता
मो.: 9829535678