अजमेर। जिला कलक्टर वैभव गालरिया ने आनासागर झील व अन्य जलाशयों एवं नालों में अतिक्रमणों की स्थिति का आंकलन कर 15 फरवरी तक अतिक्रमण मुक्त करने के निर्देश नगर निगम, नगर सुधार न्यास, जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिये हैं। जिला कलक्टर अजमेर जिले के जलाशयों में अतिक्रमणों की स्थिति, उन्हें हटाने के लिए की गई कार्यवाही की समीक्षा के संबंध अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिशाषी अभियंताओं को निर्देश दिये कि वे राजस्व रेकार्ड के अनुसार पुराने व नये अतिक्रमणों को चिन्हित कर हटाने की कार्यवाही प्रभावी गति से शुरू करें। अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस अधिकारी नरेन्द्र चौधरी को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए कहा गया।
गालरिया ने इस संबंध में अधिकारियों से राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालना कर जलाशयों में नो कंस्ट्रक्शन जोन घोषित करने की कार्यवाही करने के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी बैठक में दिये। उन्होंने जलाशयों में अतिक्रमणों की मौजूदा स्थिति की जानकारी, पुराने राजस्व रेकार्ड के अनुसार जलाशयों और नालों की स्थिति के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिये। जिला कलक्टर ने कहा कि ऐसे अतिक्रमण जो वर्षा के पानी को जलाशय में आने रोकते हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर हटाने की कार्यवाही की जाए। सभी जलाशयों व नालों का तकनीकी दृष्टि से अध्ययन कर उनमें एफटीएल मार्क पिलर लगाने के निर्देश भी दिये गये। उन्होंने नगर सुधार न्यास के सचिव के.सी. वर्मा व अधिशाषी अभियंता के साथ आनासागर झील के नक्शे का अवलोकन भी किया। उन्होंने नगर निगम की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती विनीता श्रीवास्तव को भी अतिक्रमण हटाने के लिए प्रभावी कार्यवाही करने को कहा। अतिरिक्त कलक्टर जी.एस. राठौड़ ने जिले के विभिन्न जलाशयों में चिन्हित अतिक्रमणों की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि आनासागर झील में ईंट के भट्टे हटा दिये गये हैं। फॉयसागर में दो ईंट के भट्टों को हटाने की कार्यवाही विचाराधीन है। बैठक में नगर निगम, नगर सुधार न्यास, सार्वजनिक निर्माण, जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता मौजूद थे।