बजट : बजा दिया “घंटा”

“उम्मीद की किरण चमकती देखने से वंचित हमलोग” डंका नहीं बजा। कुछ तो बजट में बजाना था। सो एक ऐसा “घंटा” बजा दिया जिसकी प्रतिध्वनि सुनने से बचने के लिए कोई भी आय वर्ग तैयार नहीं। सच में, आर्थिक सुधारों और बेरोजगारी दूर करने के प्रयासों की श्रृंखला न्यूनतम, निम्न और मध्यम आय वर्ग को … Read more

राजनाथ सिंह की बढ़ती सक्रियता का सबब

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इनदिनों एक अलग तरह की सक्रियता को लेकर चर्चा में है। उनका राजनीतिक प्रभुत्व एवं कद में उछाल भले ही भारतीय जनता पार्टी के एक वर्ग के लिये हैरानी का कारण बन रहा हो, लेकिन इसके दूरगामी सकारात्मक परिणाम पार्टी के हित में होने वाले हैं। इन्हीं राजनाथ सिंह के कारण नरेन्द्र … Read more

गांधी ने फिर बचा लिया

ध्यान से सुनो! लोकतंत्र का पौराणिक अट्टहास..! हर पल दुर्घटना घटने के अंदेशे, हमें कभी सोते से जागते हैं,तो कभी जागते हुए सुला देते हैं। 30 जनवरी जब देश गांधी की शहादत को याद कर रहा था एक बार फिर गांधी में हमें अपने तरीके से बचा लिया। पाकिस्तान, हिंदुत्व, इस्लाम की तर्ज़ पर शाहीन … Read more

आस्था से अर्थव्यवस्था के विकास की गंगा-यात्रा

गंगा की सफाई, उसे प्रदूषण मुक्त करने एवं गंगा के माध्यम से आर्थिक विकास, धार्मिक आस्था एवं पर्यटन की संभावनाओं को तलाशने की दृष्टि से वर्तमान उत्तरप्रदेश सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयास रंग दिखाने लगे हैं। इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 27 से 31 जनवरी तक राज्य के … Read more

गांधी की याद में …

*कविता -1* *गांधी ,देह से इतर* धाय! धाय!!धाय!!! करती तीन गोलियां उतर गई थी सीने में उनका धुँआ आज भी सूरज की आंखों में चुभ रहा है है! राम की गूँज सन्नाटों में गूंज रही है कुछ झंडे कुछ नारें कुछ मठ खुश हैं एक देह पर विजय पाकर देह से इतर बहुत कुछ है … Read more

दुनिया को पहचान ले बेटा

इंसानों की फितरत में शैतानी रहती है, सीधे बंदे को ये दुनिया पागल कहती है। लोगों की रग-रग में फैली चालाकी को जान ले बेटा. . . . ! दुनिया को पहचान ले बेटा. . . . ! मतलब होगा तो ये दुनिया मीठा-मीठा बोलेगी, स्वार्थ की तराजू पर तेरे सारे फायदे तौलेगी, अपने दिल … Read more

वसंत पंचमी पर्व विशेष

ब्रह्मवैवर्त पुराण तथा देवीभागवत पुराण के अनुसार जो मानव माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन संयमपूर्वक उत्तम भक्ति के साथ षोडशोपचार से भगवती सरस्वती की अर्चना करता है, वह वैकुण्ठ धाम में स्थान पाता है। माघ शुक्ल पंचमी विद्यारम्भ की मुख्य तिथि है। “माघस्य शुक्लपञ्चम्यां विद्यारम्भदिनेऽपि च।” श्रीकृष्ण ने सरस्वती से … Read more

नए भारत में शारीरिक विकलांगों के कौशल से होगा समावेशी विकास का सपना पूरा

– प्रशांत अग्रवाल, नारायण सेवा संस्थान,अध्यक्ष- लाखों दिव्यांगों को समाज में हर रोज कई तरह के अनुभवों से गुजरना होता है। उनके परिवार का अधिकांश समय, ऊर्जा और धन उनके पुनर्वास, भविष्य की सुरक्षा और समावेशी विकास में खर्च हो जाता है। आंकड़े कहते हैं कि शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में दिव्यांग … Read more

चुनाव में हिंसक एवं अराजक बयानों की उग्रता

दिल्ली में विधानसभा के चुनाव जैसे-जैसे निकट आता जा रहा है, अपने राजनीति भाग्य की संभावनाओं की तलाश में आरोप-प्रत्यारोप, हिंसक बयानों-वचनों और छींटाकशी का वातावरण उग्र होता जा रहा है। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस तीनों ही दलों के नेता अपने चुनाव प्रचार में जिस तरह की उग्र भाषा का इस्तेमाल … Read more

शेरू का पुनर्जन्म ….!!

तारकेश कुमार ओझा कुत्ते तब भी पाले जाते थे, लेकिन विदेशी नस्ल के नहीं। ज्यादातर कुत्ते आवारा ही होते थे, जिन्हें अब स्ट्रीट डॉग कहा जाता है। गली – मोहल्लों में इंसानों के बीच उनका गुजर – बसर हो जाता था। ऐसे कुत्तों के प्रति किसी प्रकार का विशेष लगाव या नफरत की भावना भी … Read more

भारतीय संविधान की प्रस्तावना

हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्वसंपन्न, समाजवादी ,पंथनिरपेक्ष , लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए, तथा उसके समस्त नागरिकों को: सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता, प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में, व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता … Read more

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