बदल रहा है चाल,चरित्र व चेहरा

भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा क्या बदल रहा है? हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष सुभा्ष बराला के पुत्र विकास बराला द्वारा एक IAS की पुत्री के साथ छेड़छाड़ व उसके अपहरण की कोशिश करने की घटना यह भी बताती है कि जब बाड़ ही खेत को खाने लगे, तो उस खेत का भगवान ही मालिक … Read more

अखबारों के लिये भी है जीएसटी रजिस्ट्रेशन नम्बर जरूरी

लीपा (पत्रकार, प्रकाशकों की अखिल भारतीय संस्था), दिल्ली द्वारा इन्टरनेट पर निम्र समाचार/आर्टीकल डाला गया है: एक कर – एक व्यवस्था यानी जीएसटी को लेकर देश भर में चर्चा है। अखबारों के बीच भी काफी भ्रम की स्थिति है कि क्या वो जीएसटी के दायरे में आते हैं या नहीं। उन्हें जीएसटी देना है या … Read more

असुरक्षा का भाव

एक ईमानदार अधिकारी थे । वे सब की समस्या सुनते व हल करते। वो गरिबो के दुख दर्द से वाकिफ थे ।क्योकि वे स्वंम ग्रामीण क्षेत्र के किसान के सुपुत्र थे । सारे शहर के सभ्रांत लोग कोई न कोई बहाने उनसे मिलते रहते थे । सर्वोच्च पद पर होने के बाद भी उनके चहरे … Read more

कैसी – कैसी आजादी …!!

तारकेश कुमार ओझा फिर आजादी … आजादी का वह डरावना शोर सचमुच हैरान करने वाला था। समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर यह कैसी आजादी की मांग है। अभी कुछ महीने पहले ही तो देश की राजधानी में स्थित शिक्षण संस्थान में भी ऐसा ही डरावना शोर उठा था। जिस पर खासा राजनैतिक … Read more

स्मार्ट नागरिक बनाते हैं स्मार्ट सिटी

अजमेर शहर में स्वच्छता, वृक्षारोपण, आनासागर संरक्षण जैसे अनेक मुद्दों पर विभिन्न संस्थाएं और व्यक्ति उपयोगी कार्य कर रहे हैं । महिलाओं का शहर को स्वच्छ बनाने में आगे आना एक शुभ संकेत है । सामुदायिक सहभागिता के विभिन्न स्तर या चरण हो सकते हैं जिसमें नागरिकों द्वारा शहर के हित में सोचना, आवाज़ उठाना, … Read more

आजादी आपनी सोच में लायें

भारत हर साल 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। यह दिन जहां हमारे आजाद होने की खुशी लेकर आता है वहीं इसमें भारत के खण्ड खण्ड होने का दर्द भी छिपा होता है। वक्त के गुजरे पन्नों में भारत से ज्यादा गौरवशाली इतिहास किसी भी देश का नहीं हुआ। लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप से … Read more

सरकारी स्कूलों की गिरती साख की चुनौती

सरकारी स्कूलों की लगातार गिर रही साख एक गंभीर चिन्ता का विषय है। भूमंडलीकरण के दौर में शिक्षा के नवीन एवं लीक से हटकर प्रयोग हो रहे हैं, ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में भारत में सरकारी स्कूलों का भविष्य क्या होगा? यह एक अहम सवाल है। यह सवाल इसलिये भी महत्वपूर्ण हो रहा है कि प्रधानमंत्री … Read more

देश तो देशवासी बनातें हैं

“इतिहास केवल गर्व महसूस करने के लिए नहीं होता सबक लेने के लिए भी होता है क्योंकि जो अपने इतिहास से सीख नहीं लेते वो भविष्य के निर्माता भी नहीं बन पाते।“ भारत के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी ने जिस प्रकार “मन की बात” कार्यक्रम से पूरे देश से सीधा संपर्क साधा है वो वाकई … Read more

सपा-बसपा के तीन माननीय भगवा रंग में

‘सियासी बाजार‘ में बीजेपी का ‘भाव’ सबसे ऊपर संजय सक्सेना कुमार, लखनऊ उत्तर प्रदेष विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके पूर्व सपा नेता यशवंत सिंह, बुक्कल नवाब और बसपा के ठाकुर जयवीर सिंह ने अंतत कुछ घंटों की देरी से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ही ली। सदस्यता ग्र्रहण करते समय … Read more

मोदी के गुजरात मे दलितों का सामूहिक बहिष्कार

मोदी जी ,शाह जी और रुपाणी जी थोड़ी फुर्सत और संवेदना है आपके पास फिणाव के वणकरों के लिये ? वायब्रेंट गुजरात के आनंद जिले के खम्भात तालुके का एक गाँव है फिणाव,जहाँ पर पिछले दो साल से 33 दलित बुनकर परिवारों का पूर्णत सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार जारी है ,इस अमानवीय अन्याय के बारे … Read more

उलझन

उलझन बडी अजीब होती है किसी की याद में जीना, किसी की साथ में रहना, किसी की बातों में खोना, किसी की बात पर हँसना, किसी की बात पर रोना, उलझन इसमें भी कुछ नहीं…………… कोई वो है जिससे वादे किये थे और बेवफा हो गया…. कोई वो है जिससे कोई वादा नहीं फिर भी … Read more

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