आजादी आपनी सोच में लायें

भारत हर साल 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। यह दिन जहां हमारे आजाद होने की खुशी लेकर आता है वहीं इसमें भारत के खण्ड खण्ड होने का दर्द भी छिपा होता है। वक्त के गुजरे पन्नों में भारत से ज्यादा गौरवशाली इतिहास किसी भी देश का नहीं हुआ। लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप से … Read more

सरकारी स्कूलों की गिरती साख की चुनौती

सरकारी स्कूलों की लगातार गिर रही साख एक गंभीर चिन्ता का विषय है। भूमंडलीकरण के दौर में शिक्षा के नवीन एवं लीक से हटकर प्रयोग हो रहे हैं, ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में भारत में सरकारी स्कूलों का भविष्य क्या होगा? यह एक अहम सवाल है। यह सवाल इसलिये भी महत्वपूर्ण हो रहा है कि प्रधानमंत्री … Read more

देश तो देशवासी बनातें हैं

“इतिहास केवल गर्व महसूस करने के लिए नहीं होता सबक लेने के लिए भी होता है क्योंकि जो अपने इतिहास से सीख नहीं लेते वो भविष्य के निर्माता भी नहीं बन पाते।“ भारत के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी ने जिस प्रकार “मन की बात” कार्यक्रम से पूरे देश से सीधा संपर्क साधा है वो वाकई … Read more

सपा-बसपा के तीन माननीय भगवा रंग में

‘सियासी बाजार‘ में बीजेपी का ‘भाव’ सबसे ऊपर संजय सक्सेना कुमार, लखनऊ उत्तर प्रदेष विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके पूर्व सपा नेता यशवंत सिंह, बुक्कल नवाब और बसपा के ठाकुर जयवीर सिंह ने अंतत कुछ घंटों की देरी से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ही ली। सदस्यता ग्र्रहण करते समय … Read more

मोदी के गुजरात मे दलितों का सामूहिक बहिष्कार

मोदी जी ,शाह जी और रुपाणी जी थोड़ी फुर्सत और संवेदना है आपके पास फिणाव के वणकरों के लिये ? वायब्रेंट गुजरात के आनंद जिले के खम्भात तालुके का एक गाँव है फिणाव,जहाँ पर पिछले दो साल से 33 दलित बुनकर परिवारों का पूर्णत सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार जारी है ,इस अमानवीय अन्याय के बारे … Read more

उलझन

उलझन बडी अजीब होती है किसी की याद में जीना, किसी की साथ में रहना, किसी की बातों में खोना, किसी की बात पर हँसना, किसी की बात पर रोना, उलझन इसमें भी कुछ नहीं…………… कोई वो है जिससे वादे किये थे और बेवफा हो गया…. कोई वो है जिससे कोई वादा नहीं फिर भी … Read more

आओ! मोदी के नये भारत की अगवानी करें

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नया भारत बनाने की बात कर रहे हैं। वे भारत को भौतिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि नैतिक दृष्टि से भी सशक्त बनाना चाहते हंै। स्वतंत्रता के सातवें दशक में पहुंचकर पहली बार ऐसा आधुनिक भारत खड़ा करने की बात हो रही है जिसमें नये शहर बनाने, नई सड़कें बनाने, नये … Read more

ये मौसम बरसात का है

ये मौसम बरसात का है, तेरी यादें, तेरे साथ का है, तू कहाँ है, खबर नहीं है मुझे, बस ये पता है तेरे एहसास का है! तू जहाँ भी रहे तेरी यादें यही है, ये असर, मेरे दिल में तेरे प्यार का है, कब तुझे एहसास होगा मेरी वफ़ा का, मेरे लिए तो हर मौसम … Read more

एक लड़की है पगली सी

एक लड़की है पगली सी, मुझसे है वो जुडी हुयी, कोई रिश्ता हमारे बीच नहीं, मुझसे है वो खुली हुयी, बहुत बैचैन वो रहती है, मुझसे सारी बातें कहती है, पगली है नादान बहुत, पर मुझमें है वो घुली हुयी. कई बार नादानी में, बहुत कुछ छिपाया करती है बाद में फिर वो चुप रहकर, … Read more

नितिश कुमार जी कि आत्मा शायाद अब मर चुकी हैं

नितिश कुमार जी कि आत्मा शायाद अब मर चुकी हैं और मरी भी नही हैं तो बीमार हैं या कौमा मे हैं, या फिर मोदी नामक हिटलर कि कैद मे हैं , क्योंकी नितिश कुमार जी आज ज़िस नैतिकता की बात पर जोर दे रहे हैं वह नैतिकता ऊनको 20 महीने पहले क्यों नही दिखाई … Read more

यूपी में बीजेपी की सियासी बेचैनी

शिखर से शून्य का डर शाह का 29 से तीन दिन तक लखनऊ प्रवास संजय सक्सेना,लखनऊ उत्तर प्रदेश में बीजेपी लगातार जीत का परचम फहराती जा रही है। यूपी में उसकी सफलता का ग्राफ शिखर पर है, लेकिन शिखर पर पहुंच कर भी बीजेपी एक ‘शून्य’ को लेकर बेचैन नजर आ रही है। उसे चुनावी … Read more

error: Content is protected !!