तो अब प्रियंका गांधी के सहारे मजबूत होंगे राहुल ?

कांग्रेस अब बदलाव की तैयारी में है। अपने 131वें स्थापना दिवस से पहले कांग्रेस प्रियंका गांदी को पार्टी में पद पर लाकर राहुल गांधी को मजबूत करने की कोशिश कर सकती है। इससे पार्टी से युवा तो जुडेंगे ही, महिलाएं भी मजबूती से जुड़ेगी। जो, कि बीते दस साल में पार्टी से दूर होते गए … Read more

“हम भारत के लोग “ और नेताओं के बीच यह अंतर क्यों

लोकतंत्र में देश की प्रजा उसका शरीर होती है लोकतंत्र उसकी आत्मा जबकि लोगों के लिए , लोगों के ही द्वारा चुनी गई सरकार उस देश का मस्तिष्क होता है उसकी बुद्धि होती है । यह लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार ही देश की विश्व में दिशा और दशा तय करती है । यह एक … Read more

बाल विवाह मुक्त हो पंचायत और हर बालिका को मिले शिक्षा

– बाबूलाल नागा- एक समय था जब पंचायतें केवल निर्माण कार्यों तक ही सीमित होती थी। पंचायत का नेतृत्व करने वाला प्रतिनिधि ज्यादा से ज्यादा निर्माण कार्य करने पर जोर देता था लेकिन महिला जनप्रतिनिधियों ने इस मिथ्या को तोड़ रही है। वे अब निर्माण कार्यों के साथ-साथ महिलाओं, किशोरियों से संबंधित योजनाओं के बेहतर … Read more

मेरा देश बदल रहा है, काले को गुलाबी कर रहा है

अब जबकि ४२ दिन होने आ चुके है प्रधानमन्त्री की नोटबंदी की घोषणा को.. अब समय आ चुका है कि इस विषय में कुछ तर्क वितर्क किया जाये। सबसे पहले तो बड़े बड़े विज्ञापन जो मैं हर हाईवे के पेट्रोल पंप पर देख के आया था वो झूठे प्रतीत होते है.. ३० दिसम्बर तक आपका … Read more

” जीजीविषा “

विध्वंस से कब निर्माण ड़रा हैं जीजीविषा से यह पौधा हरा हैं जन्म के पश्चात आती जरा हैं सृष्टि का राज यह गहरा हैं ।। उक्त भावों से ओतप्रोत उर्मि की कलम से….. मेरी रचना ” जीजीविषा ” दिवसावसन का समय था झंझा-झकोर गर्जन ने धरा को चहुँ ओर से घेरा प्रलय बाँध आया विनाश … Read more

कैलेण्डर ही नहीं, तकदीर भी बदले

एक और वर्ष अलविदा हो रहा है और एक नया वर्ष चैखट पर खड़ा है। उम्र का एक वर्ष खोकर नए वर्ष का क्या स्वागत करें? पर सच तो यह है कि वर्ष खोया कहां? हमने तो उसे जीया है और जीकर हर पल को अनुभव में ढाला है। अनुभव से ज्यादा अच्छा साथी और … Read more

क़लम उठ जाती है

बात-बात पर समझौतों से , जीवन लगता भारी । अंतर्मन झकझोर रहा है , क्यों ऐसी लाचारी ? भाग रहा है कर्त्तव्यों से , शायद लोग कहेंगे । मेरे मन की पीड़ा को भी , सदा अन्यथा लेंगे । मन की बात समझने वाले , मुश्किल से मिल पाते । इसीलिए लिखकर रख देता , … Read more

क्या सरकार सभी राजनितिक पार्टियो की जमा रकम सार्वजनिक करेगी

कल जिस तरह सोशल मीडिया और नेशनल चैनल ने मिल कर सरकार की खिंचाई की उससे सरकार तुरंत बैकफुट पर आई और शाम को वित्त मंत्री जी ने बताया कि राजनितिक पार्टियो को कोई छूट नहीं है और उन्हें भी उसी प्रकार जाँच के दायरे में लाया जाएगा जिस तरह बाकि सभी की जाँच होगी … Read more

अधूरी चाहत…

हां तुम्ही तो हो वो जिसे मैं चाह कर भी आज तक नही भूल पाई..हां आज भी चलचित्र की भांति एक-एक वाक्या मेरी आँखों के सामने आ रहा है… उस रोज जब मैं कॉलेज जाने के लिए घर से निकली, अभी नुक्कड़ तक ही पहुची थी कि तुम वहा खड़े नज़र आ गए..तुम्हारा टकटकी लगाकर … Read more

तुगलकी फरमानों से होगी नोटबंदी की हार

आर बी आई अधिकारियो की घबराहट का सबूत है 5000 से ज्यादा का नियम कल आर बी आई ने एक नया नियम जारी कर कहा है कि अब 5000 से ज्यादा एक बार ही जमा किये जा सकते है वो भी दो बैंक अधिकारियो की संतुष्टि के बाद की क्यों आपने अभी तक पैसे जमा … Read more

इस लंबी सी ख़ामोशी के बाद….

ऐ-री-सखी , बता ना मुझे कि एक लंबी सी खामोशी के बाद यूँ तेज़ तूफ़ान का आना और मेरा यूँ चेतन विहीन हो जाना और सोचना कि , क्यों हर तूफ़ान अपने बाद बर्बादी का मंज़र छोड़ जाता है दरख्त टूटे ,मकां *उजड़* और आँखों से बहते आँसू किसकी कहानी बयाँ करते हैं | ऐ-री-सखी … Read more

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