व्यथा और प्रथा

पुनर्वास के योजनाधीन एक नए वीरान गॉव तक पहॅुच के लिए पक्की सड़क मंजूर हो गई । नए ठेकेदार को ठेका मिला। पड़ौसी ग्राम के सरपंच से लेकर विधायक सभी ने नए ठेकेदार से अपना – अपना हिस्सा देने के लिए कहा। षिकायत करने पर एक बाबू ने बताया कि बडे बाबू , अकाउन्टटेंट एवं … Read more

तैनाती चित्राँशी अफसरों की हलकान खबरनबीस, बहस जारी

शाम को नित्य की तरह इवनिंग वाक पर था। टाइम हो गया था, इसलिए थोड़ा तेज कदम से घर की तरफ चलने लगा, इसी बीच दो-चार जान-पहचान वाले बोले सर जी रूकिए कुछ आवश्यक बात करनी है। कहना पड़ा डियर घर वापसी का समय हो गया है, आज नहीं अब कल बात कर लेना या … Read more

”चाँद मेरा”

चांदनी रात थी वो देख रहा था मैं चाँद को टकटकी लगाए लो छुप गया चाँद भी बदलियों में दिल में लिए सिलसिला तुम्हारी यादों का सोचता रहा तुम्हें नींद के आगोश में चले जाने तक महसूस करता रहा तुम्हे प्यार से सहलाता रहा खुशबू तुम्हारे बदन की करने लगी मदहोश मुझे जुल्फे घनेरी में … Read more

विदेशी कम्पनीयो का विरोध पहले अपने परिवार मे करे

कुछ दिनो से व्हाट्सअप,ट्वीटर और फेसबुक पर लोगो को कसमे खाते पढ़ रहा हूँ कि चीन का सामान नहीं खरीदेंगे….ओर अखबारो मे भी देख रहा हू चीनी सामान ओर विदेशी सामान नही खरीदेंगे पर जो लोग कसमे खा रहै विदेशी सामान जला रहै वो अपनी जेब नही देख रहै है जिसमे विदेशी कम्पनी का मोबाईल … Read more

आदिवासी समाज की अस्मिता से जुड़े यक्ष प्रश्न

-गणि राजेन्द्र विजय- आदिवासी समाज की अस्मिता और उत्थान वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत है। आजादी के सात दशक बाद भी देश का आदिवासी समुदाय जिन मानसिकताओं एवं समस्याओं से जूझ रहा है, वह एक गहन चिन्ता का विषय है। आदिवासी समाज को एक नये मुकाम पर पहुंचाने एवं उनके समग्र विकास के लिये … Read more

माटी राजस्थान की

घूम-घूमकर देख रहा हूँ , झाँकी हिंदुस्तान की । थोड़ी साथ लिए चलता हूँ , माटी राजस्थान की । माथे पर इसको मलता हूँ , तन शीतल हो जाता । और लगाता सीने से जब , मन निर्मल हो जाता । जिसको संग रखने से होती , अनुभूति भगवान की । थोड़ी साथ लिए चलता … Read more

दो जुड़वां बहने

दो जुड़वां बहने थी । हुई तो दोनों एक साथ व एक ही नक्षत्र में ,किन्तु एक मॉ की गोद में रहना उचित समझती थी, तो दूसरी आस – पड़ोस में । एक मॉ का दूध पीकर ऐसे बढ़ने लगी जैसे षुक्ल पक्ष का चन्द्रमा बढ़ता है, तो दूसरी डब्बे का दूध पी -पीकर ऐसे … Read more

कथित कलाकारों का कच्चापन..

कॉलेज के दिनों में एक बार मेरे शहर में दो राजनैतिक दलों के बीच भीषण हिंसक संघर्ष हो गया। मारामारी में किसी का सिर फूटा तो किसी के पांव टूटे। अनेक लोग गिरफ्तार हुए। कई पुलिस के डर से शहर छोड़ कर भाग निकले। लोगों में कानून का खौफ कायम करने के लिए पुलिस की … Read more

रैलियां प्रतिबन्धित और आयोजकों की ज़िम्मेदारियाँ तय हों

नेताओं और राजनीतिक पार्टियों को अपना दमखम और प्रभाव दिखाना होता है तो वे रैलियों का आयोजन करते हैं। रैलियां जिसमें हज़ारों , लाखों लोग जमा होते हैं। लोगबाग दूरदूर से चलकर या बसों से या रेलगाड़ियों से आते हैं या उन्हें लाया जाता है। इन रैलियों में आने वाले या लाये जाने वाले अधिकांश … Read more

नकली किन्नेर

नमस्ते जय माता दी … मे संध्या किन्नर अजमेर निवासी आप सभी को यह जानकारी देना चाहती हु कि अभी कुछ समय से नकली किन्नेरो ने हमारे इलाको के घरो मे जाकर बधाईय़ा ओर लाग लेना शुरु किया है ….ओर वो लोग नकली किन्नेर भी नहीं है वो सांची बस्ती मे रहने वाली ओरते है … Read more

माटी राजस्थान की

घूम-घूमकर देख रहा हूँ , झाँकी हिंदुस्तान की । थोड़ी साथ लिए चलता हूँ , माटी राजस्थान की । माथे पर इसको मलता हूँ , तन शीतल हो जाता । और लगाता सीने से जब , मन निर्मल हो जाता । जिसको संग रखने से होती , अनुभूति भगवान की । थोड़ी साथ लिए चलता … Read more

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