‘अच्छे दिनों ‘ में आम – आदमी …!!

-तारकेश कुमार ओझा- पता नहीं क्यों तथ्यों व आंकड़ों के खेल से मुझे शुरू से ही एलर्जी सी रही है। गाहे – बगाहे खास कर बजट के दिनों में प्रबुद्ध लोग जब आंकड़े देकर बताते हैं कि पिछले साल के बनिस्बत इस बार विकास दर इतना बढ़ा या इतना गिरा तो मेरे पल्ले कुछ नहीं … Read more

मोदी अब वह मोदी नही रहे

वास्तव में श्री मान नरेन्द्र दामोदर भाई मोदी अब वह मोदी नही रहे जो छवि उनहोने अपने लिए घडी थी एक अति पिछडी   घाँची (तेली)जाति और एक गरीब चाय वाले का बेटा जो दे श भर में घूम घूम कर मतों (वोटों )की भीख मागँकर  जनता से  देश सेवा का व्रत लेकर  वायदे पर वायदे  … Read more

अंग्रेजी तालीम : दैट व्हिच आल ग्लिटर्स इज नाट गोल्ड

नन्हे-मुन्नों के विद्यालय खुल गये। हमारे ऊपर नन्हे-मुन्नों की किताबों से भरे झोलों से कई गुना बोझ लद गया, क्योंकि हम सरकार की नीतियोें के सख्त विरोधी जो ठहरे। घर में बच्चों की फौज तैयार कर लिया है। आज वही बच्चे हमारे लिये सिर दर्द हो गये है। काश! हमने अपने पड़ोसी पट्टीदार से भविष्य … Read more

जीवन को खुशहाल बनाने के लिये तीन “C” के स्थान पर तीन “A” के नियम की पालना करें

अपने बच्चों के साथ ही नहीं किन्तु मित्र अथवा पड़ोसी, आम आदमी या सहकर्मी के साथ भी हमारा व्यवहार सोहार्दपूर्ण एवं स्नेहपूर्ण होना चाहिए | सोहार्दपूर्ण एवं स्नेहपूर्ण जीवन जीने के लिये निम्न विचारों पर ध्यान दें—- COMPARISON या  तुलना  नहीं करें—–  अक्सर हम अपने स्वजन या सहकर्मी से कहते हैं देखो फला आदमी ने तो सीमित … Read more

लावण्या शाह की हिंदी रचना का देवी नागरानी द्वारा सिंधी अनुवाद

मूल: लावण्या शाह इन्सां तपती हुई धरती से ठहरे हुए सहरा से मुश्किल हर लम्हे से इन्सां ही निकालता है हर राह नई नई जिन पर चलकर आई हैँ, पीढ़ियाँ इतिहास नया रचने सेतु समय पर बांधने इस २१ वीँ सदी मेँ ! पता : ७०६२, मिडलटन वे, मेसन, ओहायो ४५०४०, यु. एस. ए. सिन्धी … Read more

दिल्ली पुलिस प्रधान मंत्री की या मुख्यमंत्री की

यूँ तो पूरे देश मे ही पुलिस की छवि अभी भी वैसी ही है जैसी आज से ६८वर्ष पहले थी यानि कि जब हम गुलाम थे और अंग्रेजो ने अपनी धमक कायम रखने  के  लिए मन चाहे ढंग से पुलिस का इस्तमाल करने के लिये बाकायदा आपराथिक दँड प्रक्रिया यानि सी०आर०पी सी कानून  १८६० मे … Read more

कांग्रेस समर्थको को हिचकिचाने की ज़रा भी ज़रूरत नही

हम कांग्रेस समर्थक है और मुझे इस पैर गर्व है आज हम याद करना चाहेंगे की १. कांग्रेसियो ने ही देश की आजादी की लड़ाई लड़ी २.कांग्रेसियो ने ही देश के लिये अपने सीने पर गोली खाए. ३. कांग्रेसियो ने ही लाठियां खाई और अपने प्राणो की आहुति दी. ४. कांग्रेसियो ने ही अपने जवानी … Read more

प्राकृतिक आपदा और इंसानी हैवानियत

इंसान भी कितना स्वार्थी हैं अपने स्वार्थ के लिये कुछ भी कर सकता हैं यहंा तक की प्राकृतिक आपदा , किसानों की आत्महत्या या कोई एक्सिडेन्ट होने पर भी कुछ लोग गिद्व के जैसी नजर गडाये रहते हैं जैसे ही कोई घटना घटती हैं ये लोग अपना स्वार्थ साधने लगते हैं , राजनेता अपनी राजनीति … Read more

वाट्सअप ग्रुप बने सिरदर्द

इन दिनों वाट्सअप का चलन कुछ जरुरत से ज्यादा ही होने लगा हे और इसके दुष्परिणाम भी आने शुरू हो गए हे । वाट्सअप पे कुछ सकारत्मक कार्य भी होते हे जिनसे आम आदमी को तुरंत राहत भी मिलती हे किन्तु उस कार्य का प्रतिशत बहुत ही कम हे । कुछ लोगो ने जरूर इसे … Read more

डा ध्रुव तनवानी की सिंधी रचना का देवी नागरानी द्वारा हिंदी अनुवाद

मूल सिंधी: डा ध्रुव तनवानी सिन्धी बोली बुधो हो द्वापर में, कंस ऐं अश्वत्थामा हूंदा हुआ। जेके पंहिंजन ई बारन जा दुश्मन थी उन्हनखे मारींदा हुआ। पर उहे त राकस ऐं मिरूं इन्सान रूप में हुआ। छा सिन्धियुन मथां इहो इल्ज़ामु न लगंदो? त मातृभाषा हूंदे उनखे मारे जीअंदा हुआ? पता : डा ध्रुव तनवानी … Read more

ये नियम-कायदों से ऊपर क्यों

विराट कोहली आईपीएल मैच के दौरान अपनी प्रेयसीअनुष्का शर्मा से जाकर मिलते हैं।  यह आईसीसी की आचार संहिता के खिलाफ होने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। जबकि आईपीएल में मैच फिक्सिंग व सट्टेबाजी में कई बड़े खिल्Þ के शामिल होने की रिपोर्ट जांच आयोग पेश कर चुका है।  केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव … Read more

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