अंकों का गणित भी है मोदी के पक्ष में

-दानसिंह देवांगन- रायपुर। कहते हैं दिल से अगर किसी को चाहो तो पूरी कायनात तुम्हें उनसे मिलाने की साजिश रचती है। इस चुनाव में शायद भाजपा के साथ- साथ अंकों का गणित भी भी नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री बनाने की मुहिम में जुट गया है। खबर चौकाने वाली है, पर अंकों की जादुगरी जानने … Read more

आइए, सारे सांसद सम्पूर्ण सैनिटेशन का अभियान चलाएं

सन् 2013 मे योजना आयोग ने राष्ट्रव्यापी सम्पूर्ण सैनिटेशन अभियान का आकलन अध्ययन किया था। इस अध्ययन में 27 राज्यों के 11519 घरों का सर्वेक्षण किया गया था यानी यह एक विस्तृत सर्वेक्षण था। इस अध्ययन का सर्वाधिक सदमा पहुंचाने वाला एक निष्कर्ष यह है कि सभी ग्रामीण परिवारों का72.63 प्रतिशत हिस्सा अभी भी ‘खुले में परिवार शौच‘ करता है – इसका अर्थ यह … Read more

अनुराग शर्मा की लघुकथा ‘गन्जा’ मेरी नज़र में

साहित्य के बेपनाह विस्तार में कविता, लेख, लघुकथाएं, आलोचनाएँ सब हिन्दी भाषा की धाराए है. शीर्षक ‘लघुकथा’ सिर्फ़ शीर्षक नहीं एक सूत्र भी है , वह तो सागर की गागर में एक प्रविष्ट है: “लघु और कथा एक दूसरे के पूरक है लघुता ही उसकी पूर्णता है, लघुता ही उसकी प्रभुता है. लघुकथा जीवन का … Read more

वही अर्जुन वही बाण….

सीन – वन  चुनावी महाभारत छिड़ चुका है। कौरव-पांडव से अलग होकर भी कई सेनाएं युद्ध मैदान में डटी हैं। कुछ अनुभवी हैं और कुछ बिलकुल कच्ची। मगर युद्ध जीत लेने का भरोसा सभी खेमों को है। देश-काल-परिस्थितयों के अनुरूप सभी सेनाओं के सेनापति कभी पगड़ी लगाकर दूसरे कि पगड़ी उछालते हैं और कभी बिना … Read more

यानी मोदी को प्रधानमंत्री बना कर रहेंगे मुलायम- आजम …!!

-तारकेश कुमार ओझा- भारतीय जनता पार्टी को शून्य से शिखर तक पहुंचाने में लालकृष्ण आडवाणी,  अटल विहारी वाजपेयी व उनकी टीम का जितना योगदान रहा, उससे जरा भी कम योगदान लालू प्रसाद  यादव, मुलायम सिंह यादव , आजम खान , बुखारी और उन वामपंथियों का नहीं रहा, जिन्होंने सांप्रदायिकता के नाम पर हठधर्मिता और एकतरफा राग … Read more

चुनाव यात्रा : दलों का हिसाब-किताब और हताशा

वह पंजाब मेल थी। हावड़ा से अमृतसर तक जाने वाली। इस पर रायबरेली से सवार हुआ। यात्रा छोटी और थकान बड़ी थी। सो, बर्थ पर सो गया। नीचे यूपी और पंजाब के यात्री  सोचते और देखते यात्रा पूरी कर रहे थे। नींद टूटी और स्टेशन जानने के लिए उठकर बैठा। तभी दाढ़ी  वाले सरदार जी ने यूपी के हाल समझने के … Read more

सिन्धी समाज कि हर बार अनदेखी क्यो?

-दीपक पारीक, अधिवक्ता, शाहपुरा- चेटीचण्ड के अवसर पर सिन्धी समाज के कार्यक्रम मे जान हुआ। तो मुझे हमारे पेशवानी जी पत्रकार की माता जी कि बात को सुनकर दिल को काफी आघात पहुँचा की देश के बटवारे में बंगालियों का आधा बंगाल, पंजाबियों को आधा बंगाल दिया गया। किन्‍तु सिन्धियों को क्‍या मिला? हमें हमारी मातृभूमि … Read more

चुनावी फसल से खलिहान भरने की चाहत…!!

-तारकेश कुमार ओझा- गांव – देहात से थोड़ा भी संबंध रखने वाले भलीभांति जानते हैं कि खेतीबारी कितना झंझट भरा, श्रमसाध्य और जोखिम भरा कार्य है। यदा – कदा गांव जाने पर उन मुर्झाए चेहरों वाले रिश्तेदारों से मुलाकात होती है, जो अपना दुखड़ा सुनाते हुए बताते हैं कि बेटा .. खेतीबारी से गुजारा मुश्किल है। … Read more

उथो जागो… सुजागु करे रह्यो आहे चेटीचंड पर्व

चेटीचंड पर्व चंङाई कमाइण जो संदेश डई रह्यो आहे। सवनि वरियहनि खां। सिंधी समाज जे आराध्य झूलेलाल जो इओ संदेश बि आहे। खीर-खंडु थी गडुजी करे अगिते वधो। तकरीबनि 1060 वरियह अगु जडहिं सिंधु प्रदेश (हाणे पाकिस्तान में) में मिरख बादशाह जो अत्याचार हिंदुनि ते वधी वयो तडहिं सभिनी पंचायतूनि गडुजी करे वरुणदेव जी उपासना … Read more

इन आंकड़ों से प्रत्येक देशभक्त को सदमा पहुंचेगा

स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् से सोलहवें आम चुनावों के लिए देश तैयार है। भारत 1947 में स्वतंत्र हुआ, 1950 में संविधान लागू हुआ, जिसमें संसदीय लोकतंत्र को शासन पध्दति के रुप में चुना गया। इसका पहला आम चुनाव 1952 में सम्पन्न हुआ। आज देश सोलहवीं लोकसभा के आम चुनावों हेतु तैयार है। ‘फार्च्यून‘ पत्रिका के … Read more

मृत व्यक्तियों के बैंक खातों का भुगतान वारिसों को जल्द हो

राहुल जी, हम आपके सामने मृत व्यक्ति यों के बैंक खातों से सम्बन्धित जनता के हित का एक मुद्दा पेश करते हैं, शायद ही आपने इस मुद्दे के बारे मे सोचा हो, इसे अपने घोषणा-पत्र का हिस्सा अवश्य बनाएंं: राष्ट्रीयकृत बैंक बड़ी ही प्रतिष्ठा की दृष्टि से देखे जाते हैं, इन्हें एक ट्रष्टी के रूप … Read more

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