जैसलमेर इतिहास का कालखण्ड अब खण्ड खण्ड हो रहा
पुरा सम्पदाएँ सरंक्षण के आभाव में दम तोड़ रही सिर कीजे काठ की, देह कीजै पाषण। बख्तर कीजै लौह का फिर देखो जैसाण।। सिर कीजे काठ की, देह कीजै पाषण। बख्तर कीजै लौह का फिर देखो जैसाण।। विश्व विख्यात जैसलमेर अब 863 वर्ष का हो चला है। इसकी स्थापना यदुकुल कृष्णवां भाटी राजपूत राजा जैसल … Read more