लपटया पंडितजी की स्कूल !
व्यंग्य पचास के दशक में अजमेर शहर में जो पाठशालाएं थी वह अधिकतर कहलाती तो अध्यापकों के नाम से थी मसलन उमरावजी की स्कूल, प्रहलादजी की स्कूल आदि लेकिन उनकी पहचान वहां विद्यार्थियों को मिलने वाले दंड से भी की जाती थी जैसे जयनारायणजी की स्कूल चूट्या यानि चिकोटीभरने वाले मास्साब के नाम से जानी … Read more