पाकिस्तान के एबटाबाद में मई 2011 में दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी ओसामा बिन लादेन को मार गिराने वाले अमेरिकी नेवी के सील कमांडो के छह सदस्यों में से एक ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उसे बीच मझधार में छोड़ दिया गया। उसने कहा है कि सेना को छोड़ने के बाद उसे न तो स्वास्थ्य बीमा दिया गया और न ही पेंशन मिल रही है।
अगले माह छपने वाले एक अमेरिकी मैगजीन ‘स्क्वायर’ को दिए साक्षात्कार में पूर्व सील कमांडो ने कहा कि मेरे और मेरे परिवार की स्वास्थ्य सुविधाओं को रोक दिया गया है। मैंने उनसे पूछा, तो उन्होंने बस इतना कहा कि आप सेवा से बाहर हैं, आपका कवरेज खत्म हुआ। सेना को 16 वर्ष देने के लिए आपका धन्यवाद।
साक्षात्कार में कमांडों ने ओसामा की मौत से कुछ पहले के लम्हों और मिशन के कुछ अहम हिस्सों का खुलासा किया है। पूर्व कमांडो ने बताया कि अपनी मौत से पहले के आखिरी 15 सेकंड में वह ओसामा काफी परेशान था। उसने उसको सिर में दो गोली मारी। दूसरी गोली लगने पर वह नीचे गिर पड़ा। मैंने उसका भेजा बाहर आते हुए देखा, उसे आखिरी सांस लेते देखा। पूर्व सील कमांडो ने कहा कि उसने उसे इसलिए गोली मारी की, क्योंकि पास में रखा हथियार उसकी जद में था। कमांडो ने कहा कि ओसामा एक बेटे ने जब उसे मरा देखा तो वह जोर-जोर से रोने लगा।
उसने बताया कि लादेन ने अपनी पत्नी अमाल को ढाल के तौर पर इस्तेमाल करते हुए सामने पकड़ा हुआ था। मैं उसे नाइट विजन चश्मे से देख सकता था, लेकिन वह पूरी तरह से अंधेरे में था। वह केवल सुन सकता था, लेकिन देख नहीं सकता था।
पूर्व कमांडो ने साथ ही साक्षात्कार में मिशन से वापस अमेरिका लौटने के बाद कठिनाइयों का जिक्र किया है और बताया है कि कैसे दबाव की वजह से उसकी शादी टूट गई।