दिल नहीं प्यार निभाता है दिमाग

FirstLove 2013-2-12आमतौर पर माना जाता है कि प्यार का ताल्लुक दिल से है। महान कवियों और शायरों ने भी इस पर बहुत कुछ लिखा है। उर्दू शायर गालिब ने कहा था, इश्क खलल दिमाग का। लेकिन अब वैज्ञानिकों ने एक ताजा शोध में सिद्ध कर दिया है कि प्यार होना और उसे संजीदगी से निभाना या न निभाना सब कुछ दिमाग पर निर्भर करता है। वैज्ञानिक अब ब्रेन स्कैन के जरिए सफल भविष्यवाणी कर सकते हैं कि किसी के प्यार की उम्र कितनी होनी है। या कोई नया प्रेमी जोड़ा कब तक साथ रहने वाला है।

वैज्ञानिकों ने दिमागी गतिविधियों का अध्ययन करके पाया कि जो प्रेमी जोड़ी हमेशा साथ रहने वाले हैं, इसकी पहचान वाली छवि उस जोड़े के दिमाग पर इंगित होती है। खूबसूरत रिश्ते की पहचान दिमाग के स्कैन से की जा सकती है। भावनाओं को दर्शाने वाले भाग के कम सक्रिय होने से स्पष्ट होता है कि वह प्रेमी जोड़ा लंबे समय तक साथ रहने वाला है।

अनुसंधानकर्ताओं ने प्यार में पड़े नए जोड़ों के दिमाग की गतिविधियों का अध्ययन कर पाया कि वह सिर्फ तीन साल तक साथ रहने वाले हैं। शोध में पाया गया कि जो प्रेमी मानते थे कि वह किसी के प्यार में दीवाने हैं, उनके दिमाग के इशारे कुछ और ही कहानी बयां कर रहे थे। जो लोग प्यार में लंबी पारी चाहते थे और हाल ही में किसी के प्यार में पड़े थे, उन्हें ही इस शोध का हिस्सा बनाया गया। इन सबकी दिमाग की स्कैनिंग के दौरान उनके न्यूरॉन की गतिविधियों का बारीकी से अध्ययन किया गया, ताकि पता चले कि उनकी यह कोमल भावनाएं वाकई इतनी पुख्ता हैं कि हमेशा ऐसी ही बनी रहें।

न्यूयार्क में लांग आइलैंड स्थित स्टोनी ब्रूक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आर्थर एरोन ने शोध के विषय में बताया कि इस शोध में शामिल सभी लोगों को प्रेम की गहरी अनुभूति हुई थी और उन सभी को यह लगता था कि उनका प्यार हमेशा के लिए है। लेकिन दिमाग में कुछ कम उद्दीप्त होने वाले संकेतक होते हैं जो तय करते हैं कि आप अपने रिश्ते के लिए कितने दृढ़ और समर्पित हैं। अगर आप अपने प्रेम के तेज प्रवाह को इन संकेतकों के साथ नियमित कर पाते हैं तो आप अपने साथी को समझने में सकारात्मक नजरिया अपना पाते हैं। साथ ही, मतभेद और मतैक्यों को सुलझा सकते हैं। तब आप निश्चित रूप से एक टिकाऊ रिश्ते को गढ़ने जा रहे हैं।

रोड आइलैंड स्थित ब्राउन यूनिवर्सिटी के जियाउमेंग जू का कहना है कि हालांकि प्रेम के शुरुआती चरण में ही प्यार के परवान चढ़ने और एक स्थाई रिश्ते के रूप में बदलने की अहम भूमिका होती है। इस शोध के जरिए चालीस महीने के बाद तक की रिश्ते की गुणवत्ता और स्थिरता की सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है।

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