अजमेर में तो पुलिस का स्वर्ण युग रहा

police logoमरीज़ को डॉक्टर आखिरकार समझा पाया की ये ऑपरेशन कितना जरूरी है लेकिन जैसे ही उसने 8 लाख का खर्चा बताया मरीज़ ने फिर मना कर दिया…. फिर डॉक्टर बोला की तुम पहले 2 लाख जमा कर दो बाकी 22 हज़ार हर महीने किस्तों में दे देना… मरीज़ बोला ये तो ऐसे हो गया … जैसे में कोई कार ले रहा हूँ डॉक्टर बोला की कह तो सही रहे हो लेकिन .. #कार_तुम_नहीं_मैं_ले_रहा_हूँ !!
इसी प्रकार अजमेर में सभी पुलिस वालों ने दुपाहिया औऱ चौपहिया वाहन लिए है।ग्रामीण क्षैत्र की एक चौकी पर सभी पुलिसकर्मी यों ने S U V कारें ली है वहाँ फोरचुनर,स्सकोरपियो हों डा आदी कारें तो सिपाहीयों ने ली है पुलिस का इतना अच्छा समय ना आया था ना कभी आयेगा ,विश्व में चाहे आर्थिक मंदी का दौर रहा हो पर अजमेर में तो पुलिस का स्वर्ण युग रहा तकरीबन सबने ही चांदी अपनी अपनी क्षमता अनुसार काटी ,जय जय राजस्थान।
राजेश टडन अजमेर।

1 thought on “अजमेर में तो पुलिस का स्वर्ण युग रहा”

  1. Rajasthan me farji certicatese bone sarpancho Ke khilaf pure sabut she cort dvara bhejhe mukdmo me Pulice lakho Ki sodebaji kar jach ko let kar girftari nahi jar sarkari khjane ko lutne me hissedari jar rahi hai.s p .IG.katariya Ji .vsundhra Ji sabhi sahyogi ban gaye hai.ram nam Ki lut hai .lut ske too lut. ant kal pachtayega pran jayenge chhut.

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