राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के पद पर सेवा निवृत्त आईएएस ललित के पंवार की नियुक्ति हुई है। हालांकि नियुक्ति के आदेश राज्य सरकार ने जारी किए है, लेकिन माना जा रहा है कि पंवार की नियुक्ति केन्द्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार के दबाव में की गई है। पंवार गत 31 जुलाई को ही केन्द्रीय पर्यटन सचिव के पद से सेवा निवृत्त हुए और 5 अगस्त को राज्य सरकार ने पंवार को राजस्थान लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। आमतौर पर यह माना जाता है कि किसी आयोग का अध्यक्ष संबंधित प्रदेश के मुख्यमंत्री की पसंद से ही बनता है। लेकिन पंवार ने न तो मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से कोई एप्रोच की और न ही राजस्थान के भाजपा नेताओं से सम्पर्क साधा। पंवार ने मुख्यमंत्री राजे से सात अगस्त को मुलाकात भी तब की जब राजे दिल्ली आई। खबरों के मुताबिक सात अगस्त को दिल्ली के जोधपुर हाउस में पंवार ने राजे से शिष्टाचार के नाते मुलाकात की। जानकारों की माने तो केन्द्रीय पर्यटन सचिव के पद पर रहते हुए पंवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष अपनी योग्यता दिखाई। जब आईएएस अफसरों के बीच केन्द्रीय पर्यटन सचिव का चयन हो रहा था, तब पंवार ने कहा कि मुझे केन्द्र सरकार का पर्यटन सचिव इसलिए बनाया जाना चाहिए क्योंकि मैंने ही राजस्थान में पर्यटन सचिव के पद पर रहते हुए ‘पधारों म्हारे देसÓ का स्लोगन दिया था। असल में राजस्थान लोक सेवा आयोग के बदत्तर हालातों की जानकारी पीएम मोदी तक पहुंची थी। चूंकि प्रदेश के बेरोजगार युवकों को नौकरी देने में आयोग की भूमिका महत्त्वपूर्ण है, इसलिए पंवार की नियुक्ति केन्द्र सरकार ने बहुत सोच समझकर की है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511