दिल्ली, 6 सितंबर, 2022: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय उद्यमशीलता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड) और भारतीय उद्यमशीलता संस्थान (आईआईई) ने व्यक्तिगत रूप से युवाओं, जॉब सीकर्स और नवोदित उद्यमियों के लिए लक्षित एंटरप्रेन्योरियल प्रोग्राम के माध्यम से विश्व स्तर की मैनेजमेन्ट शिक्षा प्रदान करने के लिए टॉप रैन्क वाले ग्लोबल बिजनेस स्कूल यानि इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के साथ एक एमओयू साइन किया है।
यह साझेदारी आईएसबी फैकल्टी और इन्डस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा दो प्रोग्राम्स- बिजनेस फाउंडेशन एंड एंटरप्रेन्योरियल स्किल्स और बिहेवियरल स्किल्स प्रोग्राम को सक्षम, विकसित और कार्यान्वित करेगी। इसके अतिरिक्त, निस्बड और आईआईई इन दो प्रशिक्षण कार्यक्रमों में आईएसबी एलएमएस पर युवाओं, जॉब सीकर्स और उद्यमियों के इनरॉलमेन्ट को आगे बढ़ाएंगे। कोर्सेज़ के सफल समापन पर प्रतिभागियों को एक ज्वाइन्ट सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
इस साझेदारी की सराहना करते हुए, एमएसडीई के सेक्रेटरी, श्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि स्टेकहोल्डर्स देश के विकास में योगदान करते हुए युवाओं और उद्यमियों के लिए पर्याप्त अवसर पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। आज, स्किल्स तेजी से एडवांस हो रहे हैं और युवाओं को प्रासंगिक स्किल ट्रेनिंग देकर इन बदलावों के साथ सामन्जस्य विकसित करने की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह साझेदारी एन्टर्प्रेन्योरशिप और स्किल डेवलपमेन्ट का सहयोग करने के लिए एक वातावरण बनाने के विज़न के अनुरूप है, जिससे भारत विश्व की कौशल राजधानी बन जाएगा।
बिजनेस फाउंडेशन एंड एंटरप्रेन्योरियल स्किल्स प्रोग्राम में माइक्रोइकॉनोमिक्स और मैक्रोइकॉनॉमिक्स का परिचय शामिल होगा और बिजनेस के मूलभूत पहलुओं को मार्केटिंग मैनेजमैन्ट, ऑपरेशन्स मैनेजमेन्ट, कॉम्पटीटिव स्ट्रैटजी, नेगोशिएशन एनालिसिस और बेसिक्स ऑफ़ फाइनेन्स के माध्यम से कवर किया जाएगा। इसके अलावा, इस प्रोग्राम के माध्यम से एंटरप्रेन्योरियल स्किल्स प्रदान की जाएँगी, जो एंटरप्रेन्योरियल ओरिएन्टेशन देती हैं, स्टार्ट-अप डेवलपमेन्ट पाइपलाइन को समझती है और बाजार की जरूरतों, समस्याओं और अवसरों की पहचान करती हैं।
बिहेवियरल स्किल्स प्रोग्राम का उद्देश्य युवाओं को उनके पर्सनल और वर्कप्लेस की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए स्किल्स और स्ट्रैटेजीज़ की एक रेन्ज के साथ सशक्त बनाना है। कोर्स में सेल्फ़ अवेयरनेस बिल्डिंग, ग्रोथ माइन्डसेट को विकसित करना, इफेक्टिव वर्बल और नॉन-वर्बल कम्युनिकेशन्स, प्रेजन्टेशन और पब्लिक स्पीकिंग, नेटवर्किंग की आर्ट, पर्सनल ब्रान्ड बिल्डिंग, स्टोरीटैलिंग की आर्ट, टेक्नोलॉजी का परिचय, जॉब इन्टरव्यू, और नेगोशिएशन एनालिसिज़ शामिल होगा।