संसद हमले के दोषी अफजल गुरु ने मौत से पहले अपनी बीवी तब्बुस्सम को पैगाम लिखा था। जेल अधिकारियों ने बताया कि अफजल ने उर्दू में अपनी पत्नी को खत लिखा था। वह खत कश्मीर घाटी भेज दिया गया है लेकिन अब तक वहां पहुंचा है कि नहीं इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है। इस बीच, अफजल की पत्नी ने हुर्रियत कंट्टरपंथी संगठन के नेता सईद अली शाह गिलानी से फोन पर बात करके अपने पति के शव को वापस लाने के मामले में मदद की मांग की है। परिवार ने मांग की है कि उन्हें अफजल गुरु का अंतिम संस्कार करने की इजाजत मिलनी चाहिए।
इससे पहले अफजल की पत्नी ने पुलिस प्रशासन से अफजल का सभी सामान लौटाने की गुहार लगाई थी। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि 2001 में संसद पर हुए हमला मामले में दोषी ठहराए गए अफजल गुरु को 8 फरवरी की शाम को बताया गया कि उसे कल सुबह फांसी दे दी जाएगी। अपना नाम जाहिर नहीं होने देने की शर्त पर अधिकारी ने कहा कि जब उसे फांसी की जानकारी दी गई तब वह शांत और प्रतिक्रिया विहीन था। उसने इच्छा जाहिर की कि वह अपनी बीवी को खत लिखना चाहता है। जेल अधीक्षक ने उसे कलम और कागज दिया।
अधिकारी ने बताया कि उसने उर्दू में खत लिखा जिसे उसी दिन कश्मीर में रह रहे परिवार के पते पर भेज दिया गया। जब घाटी के सोपोर में रह रहे उसके परिवार से खत के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें यह खत नहीं मिला है।
अफजल गुरु के चचेरे भाई यासीन गुरु ने बताया,हमें अभी तक कोई खत नहीं मिला है। आज जो खत हमें मिला है वह शायद उसकी फांसी दिए जाने की जानकारी से संबंधित है।