फ़िरोज़ खान
बारां 1 अगस्त । बीलखेड़ा डांग ग्राम पंचायत मुख्यालय पर गांव के ही लोगो ने चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर काश्त कर रहे है । ग्रामवासी अजमेर सिंह, मनोज कुमार, गजानंद, ने बताया कि लगभग 582 चारागाह भूमि है । जिस पर लोगो ने उड़द व बाजरा की फसल कर रखी है । इस कारण मवेशियों को चरने की जगह नही है । उन्होंने बताया कि इस गांव के सभी लोगो के पास पशुधन है । और करीब 70 घर है । प्रत्येक घर मे 10 से कम पशु किसी के पास नही है । उन्होंने बताया कि इसी तरह करीब 200 बीघा वन भूमि है । जिस पर भी गांव वालों ने अतिक्रमण कर रखा है । इस कारण मवेशियों को चरने में भी दिक्कत हो रही है । उन्होंने बताया कि गांव के आस पास पड़ी सरकारी भूमि को भी लोगो ने नही छोड़ा है । ऐसे में मवेशियों के सामने भूखे मरने की नोबत आ रही है । वही एनीकट के आस पास भी लोगो का कब्जा है । जहां मवेशी पानी पीने जाते है । वहाँ भी कब्जा कर रखा है । इस कारण मवेशियों को पानी नसीब नही हो रहा है । और पुराना आम रास्ता है । वह भी बंद कर दिया गया । इन्होंने बताया कि 25 जुलाई को जिला कलक्टर बारां ने इस गांव का दौरा किया था तब भी लोगो ने उनके सामन चारागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग रखी थी । इसी तरह मझारी व मुगावँली के बीच कुनु नदी के पास 300 बीघा चारागाह भूमि पर दबंगो ने कब्जा कर रखा है । और फसल कर रखी है । इस कारण यहाँ भी मवेशियों को चरने के लिए जगह नही है । इसको लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है । इसी तरह निवाड़ी गांव में भी 250 बीघा चारागाह भूमि पर दबंगो ने कब्जा कर उसमें तार बाड़ा कर रखा है । यह भूमि सड़क मार्ग के दोनों और हे । इस पर लोगो ने फसल कर रखी है । ग्रामवासियों ने बताया कि इस भूमि पर करीब 35 लोगो ने कब्जा कर रखा है । उन्होंने बताया कि इस चारागाह भूमि पर मनरेगा के तहत तलाई खुदाई का कार्य भी हुआ था । जिसमे सरकार के लाखों रुपए खर्च हुए थे । मगर दबंगो ने इस तलाई को भी नही छोड़ा और इस पर काबिज हो गए । ग्रामवासी श्यामलाल, हेमराज, फूलचंद, मांगीलाल, वीरेंद्र, नरोत्तम ने बताया कि 13 जून 2017 को न्याय आपके द्वार अभियान के तहत शिविर प्रभारी व उपखण्ड अधिकारी शाहाबाद को लिखित में शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी । उसके बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नही हुई । उन्होंने बताया कि 2012-13 में इस भूमि पर करीब 10,000 हजार पौधे लगाये गये थे । जिनको भी कब्जाधारियों ने नष्ट कर दिए । वही इन पौधों की एक साल तक रखवाली भी की थी । मगर समय पर प्रशासन का ध्यान नही रहने के कारण दबंगो के हौसले बुलंद होते गए और कब्जा कर आज फसल कर रहे है । अब गांव के मवेशियों के लिए चरने की जगह तक नही बची है । इन्होंने बताया कि समय समय पर उच्च अधिकारियों को अवगत भी कराया गया मगर उसके बाद भी इन अतिक्रमियों के खिलाफ कोई कार्यवाही अमल में नही लायी गयी । इसी तरह वन विभाग की भूमि पर कस्बाथाना के कुछ दबंग लोगो ने विभाग से मिली भगत के चलते कस्बाथाना क्षेत्र के धुँवा के जंगलों में दिन दहाड़े वन विभाग की भूमि पर लगे पेड़ों पर प्रशासन के नियमों को ताक पर रखकर अवैध रूप से कुल्हाड़ीयां चलाकर वन विभाग भूमि खेती योग्य बनाई जा रही है । करीबन यह काम 1 महीने से चल रहा है । लोग दिन दहाड़े बेखौफ होकर वन विभाग की भूमि पर लगे हजारों पेड़ों को काटकर इस भूमि को खेती करने के योग्य बना रहे है । जानकारी के अनुसार आधे से अधिक पेड़ों की लकड़ी माफियाओं द्वारा काट लिये जाने से कस्बाथाना क्षेत्र के जंगल दिनों दिन वीरान होते जा रहे है ।
हल्का पटवारी को मोके पर भेजकर रिपोर्ट मंगवाई जाएगी । वैसे अभी ट्रेस फासर की रिपोर्ट आयी नही है । अगर इस तरह का मामला है तो जल्दी रिपोर्ट मंगवाकर अतिक्रमियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जावेगी ।
सुरेंद्र शर्मा तहसीलदार शाहाबाद