शाहपुरा, मूलचन्द पेसवानी / अणुव्रत समिति शाहपुरा के आह्वान पर आज मुनि श्री सुरेश जी हरनावा व मुनि श्री संबोध कुमार जी मेधांश की सन्निधी व बी के संगीता दीदी के मुख्य आतिथ्य में अणुव्रत समिति के आह्वान पर शहर के महिला संगठन शक्ति संचय,नय आस्था,स्काउट गाइड संघ ,भारत विकास परिषद ,सर्वधर्म संस्था के महिला प्रतिनिधि उपस्थित हुए। नगर में महिला जागृति के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी।
इस अवसर पर मुनि सुरेश जी हरनावा ने बताया कि महिला उत्थान के लिए गणाधिपति आचार्य तुलसी ने नया मोड़ चलाकर नारी जनित कई कुरुढ़ियों का अंत किया । नारी के सम्मान के लिए कई प्रेरणाएँ दीं । आज के दौर में नारी घर बाहर ,ऑफिस, दुकान सभी क्षेत्रों में अपना परचम फहरा रही है। यह सारी उपलब्धियां नारी के विकास की कहानी है ।किंतु यह विकास तभी पूरा होगा जब वह परिवार के साथ सामंजस्य के साथ जीकर परिवार को एक माला के रूप में पिरोए रख सके।
ब्रह्मा कुमारी संगीता दीदी ने बताया मुनि श्री के आगमन से आनन्द मेला लगा हुआ है । जिसमें सभी वर्गों के लोग प्रेरणा पाथेय पा रहे हैं।
उन्होने बहनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप शिव की शक्ति हैं। स्वयं को सम्मान दें, न किसी को दुःख दें न दुख लें,न किसी से बहुत अधिक अपेक्षा रखें न ही ,न ही अपनी तुलना किसी से करें,ताकि आपकी शक्ति का आप सही जगह उपयोग कर सृजन कर सकें।
मुनि श्री संबोध कुमार जी मेधांश ने बताया कि महिला के बिना घर घर नहीं रहता जैसे सिम के बिना मोबाइल मोबाइल नहीं रह सकता। बहने यह न समझे कि हम तो हाउस वाइफ है बल्कि यह माने कि हम होम मेकर,घर को स्वर्ग बनाने वाले हैं।
महिलाएं अणुव्रत समिति से जुड़कर अपने परिवार को ऐसा आध्यात्मिक परिवेश दें जिससे सुधरे व्यक्ति,व्यक्ति से समाज से राष्ट्र स्वयं सुधरेगा का आचार्य तुलसी का घोष साकार हो सके।
इस अवसर पर सरोज राठौड़,अनुराग बाला पाराशर ने अपने विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम का संचालन धूपिया ने किया।
अणुव्रत संकल्प पत्र भरवाए गए। अतिथियों को अणुव्रत साहित्य भेंट किया गया।
आगन्तुक बहनों का अणुव्रत समिति की ओर से आभार व्यक्त किया गया।