जयपुर : 08 जुलाई / राजस्थान शिक्षक संघ (सियाराम) द्वारा चलाए जा रहे प्रांतव्यापी आंदोलन के पहले चरण के तहत राज्य के सभी संवर्ग के शिक्षकों की 25 सूत्रीय मांगों को लेकर सभी जिलों में जिला इकाइयों द्वारा 8 जुलाई, सोमवार को जिला कलेक्टर पर प्रदर्शन कर कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।यह जानकारी प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शक्ति सिंह गोड़ ने दी साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष भगवत डांगी ने बताया कि दिए गए ज्ञापन में सभी संवर्ग के शिक्षकों को केंद्र के शिक्षकों के समान सातवां वेतनमान देते हुए समस्त प्रकार की वेतन विसंगतियों को दूर करना, व्यावसायिक शिक्षा हेतु हरियाणा मॉडल जैसी स्थायी नीति लागू करना,ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत सभी शिक्षकों को मूल वेतन का 10% ग्रामीण भत्ता देना, अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक, व्याख्याता एवं प्रधानाचार्य को संपूर्ण सेवाकाल में कुल चार ए.सी.पी. परिलाभ 7 – 14 – 21 – 28 वर्ष पूर्ण करने पर देना, शिक्षकों के स्थानांतरण हेतु स्थाई व पारदर्शी नीति बनाकर टी. एस. पी. व प्रतिबंध जिला शब्द हटाना, साथ ही तृतीय वेतन श्रंखला अध्यापकों के अंतर जिला स्थानांतरण करना,पी ई ई ओ के अतिरिक्त कार्यभार को देखते हुए 10% मानदेय हार्ड ड्यूटी एलाउंस के रूप में देना, शारीरिक शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों एवं प्रयोगशाला सहायकों की नियमित डीपीसी करना, प्रत्येक विद्यालय में एक कंप्यूटर शिक्षक अनिवार्य रूप से लगाना, नवनियुक्त शिक्षकों का परिवीक्षाकाल एक वर्ष ही रखकर परिवीक्षाकाल में नियमित वेतन देना, प्रत्येक विद्यालय में सहायक कर्मचारियों के पद सृजित कर लगभग 25 वर्षों से बंद सहायक कर्मचारियों की भर्ती आरंभ करना आदि मांगे शामिल है। आंदोलन के पहले चरण की सफल क्रियान्विति के लिए संगठन के जिला मंत्री जितेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष जसवीर सिंह, अनिल पुरोहित, रंजिता कनोजिया, अरुणा सैनी, अभय सिंह तनुजा, ऋषिराज,दीपक वैष्णव, कृष्णकांत रघुवंशी, तरुण जादम, बलदेव सिंह, अभिजीत सिंह, नीलम कुमारी, चंद्रकला , ललित कुमार आदि उपस्थित रहे।