प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा ने किया अस्पताल का निरीक्षण
अजमेर। प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा सुविधाओं को लेकर काफी सजग है, अस्पतालों में मरीजों को समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए स्वच्छता, सफाई व अनुशासन पर ध्यान देना भी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
डॉ. अग्रवाल ने आज जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार के 60 दिनों की कार्ययोजना के तहत राज्य के अस्पतालों का निरीक्षण किया जा रहा है, इससे पूर्व वे जोधपुर व उदयपुर के अस्पतालों का दौरा कर चुके हैं। इन निरीक्षणों की रिपोर्ट के आधार पर अस्पतालों के समक्ष उपस्थित समस्याओं के समाधान के बारे में विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के आपातकालीन वार्ड, गहन चिकित्सा इकाई, आउटडोर, फिजियोथेरेपी वार्ड, आर्थोपेडिक वार्ड सोनोग्राफी कक्ष, डिजिटल एक्स-रे कक्ष, मेडिकल ज्यूरिष्ट विभाग, दवा वितरण केंद्रों, शौचालयों, विद्युत कक्ष आदि क्षेत्रों का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रोगियों से बातचीत कर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान डॉ. अग्रवाल ने अस्पताल के शौचालयों में फैली गंदगी, दीवारों में आई सीलन, खुले कचरा पात्र, अस्पताल के बाहर फेली गंदगी, नालियों की सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए सफाई ठेकेदार को नोटिस देकर पाबंद करने की बात कही। अस्पताल के विभिन्न वार्डो में डाक्टर्स द्वारा एप्रन नहीं पहनने को अनुशासनहीनता बताया तथा हिदायत दी कि डाक्टर्स अपनी पौशाक पहनकर अनुशासन की पालना करेंगे तभी वे रोगियों व उनके परिजनों को सीख देने के हकदार होंगे। अस्पताल में लगे बेतरतीब पर्दों को सुव्यवस्थित तरीके से लगाने, शौचालयों की नियमित सफाई, व गंदगी को हटाने पर उन्होंने खासा जोर दिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वालों को स्वच्छता, सफाई व सुंदरता का आभास होना चाहिए जिसे नियमित मॉनिटरिंग एवं अनुशासन के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। आर्थोपेडिक विभाग में शौचालयों में फैली गंदगी को देखकर अधिकारियों से कहा कि वे अस्पताल के ऐसे वार्डों को सामाजिक सहभागिता के तहत स्वयंसेवी संस्थाओं, औद्योगिक प्रतिष्ठानों को गोद देने की प्रक्रिया भी अपना सकते हैं, जिससे इन वार्डों का कायाकल्प भी होगा और मरीजों को स्वच्छता व सफाई का वातावरण भी सुलभ हो सकेगा।
डॉ. अग्रवाल के निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सिंह भाटी, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक चौधरी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. पी सी वर्मा,एवं विभिन्न विभाागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
चिकित्सालय परिसर से मलबा व गंदगी एक सप्ताह में हटवाएं
प्रमुख शासन सचिव ने अपरान्ह चिकित्सालय के विभिन्न विभागाध्यक्षों तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, सार्वजनिक निर्माण विभाग, अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों के साथ बैठक ली और साफ तौर पर कहा कि चिकित्सालय परिसर में पड़ा मलबा और गंदगी एक सप्ताह में हटवाएं और सुधार की शुरूआत करें। भवन निर्माण का मलबा पी.डब्ल्यू.डी. द्वारा हटवाया जाएगा तथा चिकित्सालय प्रशासन गंदगी हटवाएंगे।
उन्होंने साठ दिवस में होने वाले कार्यों की संक्षिप्त जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को उन्हें पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सिंह भाटी चिकित्सालय की विभिन्न व्यवस्थाओं जो तत्काल की जानी हैं, पर निगरानी रखेंगे और सभी से समन्वय स्थापित कर काम पूरा करवाएंगे।
बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री अविनाश शर्मा ने बताया कि इस माह के अन्त तक मेडिकल कॉलेज में तथा अप्रेल माह तक कार्डियोलॉजी में लिफ्ट लगा दी जाएगी। चिकित्सालय में नवनिर्मित आठ भवन तैयार हो गए हैं जो चिकित्सालय प्रशासन को संभलाने हैं।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री सी.एम. चौहान ने बताया कि पीने के पानी के लिए नए संग्रहण केन्द्र के निर्माण के प्रस्ताव तत्काल तैयार किए जाएंगे।
अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सिंह भाटी ने कहा कि वे 22 जनवरी के पश्चात चिकित्सालय परिसर का निरीक्षण करेंगे तब तक यहां पडे मलबा व गंदगी के ढ़ेर हटजाने चाहिए। चिकित्सक भी मरीजों एवं उनके रिश्तेदारों को जागरूक करें तो चिकित्सालय परिसर स्वच्छ व साफ सुथरा रह सकता है।
प्रमुख शासन सचिव ने सभी चिकित्सकों से समय पर आने और चिकित्सालय में अनुशासन बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने सभी चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों की समस्याओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक चौधरी ने चिकित्सालय के राज्य सरकार के स्तर पर पेंडिंग विभिन्न प्रस्तावों की जानकारी दी। बैठक में मेडिकल कॉलेज के उप प्राचार्य डॉ. कौशिक, अजमेर विकास प्राधिकरण के सचिव श्रीमती विनीता श्रीवास्तव भी मौजूद थे।