अब मतदाता पहचान पत्र में नहीं होगी गलती

मतदाता के नाम व घर के पते की प्रमाणिक होगी जांच

त्रुटि वाले मतदाता परिचय पत्र
त्रुटि वाले मतदाता परिचय पत्र

-हेमन्त साहू, ब्यावर। अब लोग अपने मतदाता पहचान पत्र में होने वाली गड़बड़ी से बच सकेंगे। दिल्ली चुनाव आयोग मतदाता पहचान पत्रों में होने वाली गड़बड़ी को पूरी तरह खत्म करने के लिए बड़ी योजना पर काम करने जा रहा है। इसके तहत मतदाता पहचान पत्र तभी बनेगा जब तक चुनाव आयोग के कंप्यूटर में दर्ज जानकारी के बारे में बीएलओ आपके घर आकर आपसे लिखित स्वीकृति नहीं ले लेगा। चुनाव आयोग का मानना है कि इससे मतदाता पहचान पत्र में गलत जानकारी को ठीक करने में खर्च होने वाले पैसे और भागदौड़ में लगने वाले समय को बचाया जा सकेगा।
ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव के बाद से 41 हजार लोगों ने मतदाता पहचान पत्र में गड़बड़ी ठीक करने के लिए आवेदन किया है। इसमें से अधिकतर वे लोग हैं जिन्होंने मतदाता पहचान पत्र बनवाने के लिए मार्च में लगे शिविरों में आवेदन किया था। माना जा रहा है कि कम समय होने के कारण गलतियां अधिक हुई हैं। चुनाव आयोग का मानना है कि इस समस्या के निराकरण के लिए अब स्थायी समाधान की जरूरत है। इसके लिए ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि गलती हो ही नहीं। गलतियों नहीं होने के लिए दो प्रकार से कार्य करने की योजना है।
नए मतदाता पहचान पत्र बनवाने के लिए लोग फार्म छह भरेंगे। चुनाव आयोग के ऑपरेटर कंप्यूटर में उसे दर्ज करने के बाद उसका प्रिंटआउट संबंधित बीएलओ को उपलब्ध कराएंगे। बीएलओ जब मतदाता के घर के पते की प्रमाणिकता की जांच करने जाएगा तो प्रिंटआउट भी साथ ले जाएगा।
इसमें दर्ज जानकारियां यानी मतदाता की फोटो, नाम, पिता, पति या पत्नी, बच्चों का नाम, लिंग तथा पते आदि के बारे में मतदाता की लिखित स्वीकृति लेगा। उसके बाद ही उसका मतदाता पहचान पत्र बन सकेगा। माना जा रहा है कि फार्म भरकर जमा करने में अधिक गलतियां हो रही हैं। यदि इस पर नियंत्रण पा लिया गया तो यह चुनाव आयोग की बड़ी उपलब्धि होगी। दूसरे मामले में जो लोग मतदाता पहचान पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन करते हैं। इसमें गलतियां कम होती हैं। लेकिन गलतियों की शिकायत ऐसे मामलों में भी आ रही है। इस समस्या से निपटने के लिए चुनाव आयोग आवेदकों के मोबाइल पर संदेश भेजेगा। इसमें आवेदक द्वारा भरी गई सभी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी या फिर मोबाइल पर भेजे गए संदेश में बताया जाएगा कि आवेदन से संबंधित जानकारी चुनाव की वेबसाइट के संबंधित पेज पर जांच लें। इसके लिए तीन दिन का समय दिया जाएगा।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता पहचान पत्र में गड़बड़ी की शिकायत को जड़ से समाप्त कर सकें। गड़बड़ी होने पर चुनाव आयोग और मतदाता दोनों को परेशानी होती है। फिर से मतदाता पहचान पत्र बनाने में अतिरिक्त खर्च आता है। इसे सख्ती से लागू किया जाएगा कि जब तक मतदाता की स्वीकृति नहीं मिलेगी तब तक मतदाता पहचान पत्र नहीं बनेगा। मुझे पूरा भरोसा है कि हम गड़बड़ी की शिकायत दूर कर सकेंगे। इससे आम जनता को बहुत लाभ मिलेगा।

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