भगवान निगणु निराकार है जब जैसी आवश्यकता पड़ती है वैसा रूप धारण करके जगत का कल्याण करते है
विश्व हिंदू परिषद अजयमेरू महानगर द्वारा विश्व हिंदू परिषद के स्वर्ण जयंती वर्ष के अंतरगर्त चल रही संगीतमय राम कथा के पाँचवे दिन कथा वाचक राष्ट्रीय संत परम पूज्ज दिव्य मुरारी बापू ने आज अपने श्रीमुख से भगवान के अवतार का कारण, श्री राम जन्म, श्री रामजन्म महोत्सव आदि प्रसंग सुनाये।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए प्रचार प्रमुख शरद गोयल ने बताया की पूजा अर्चना के पश्चात संत श्री भगवान की महिमा का गुणगान किया, भगवान निगणु निराकार है जब जैसी आवश्यकता पड़ती है वैसा रूप धारण करके जगत का कल्याण करते है, दुष्टों का संहार करते है, धर्म की स्थापना करते है और अपनी सुंदर लीला के माध्यम से जगत को शिक्षा देते है। भगवान के अवतार के यही तीन प्रधान कारण है। प्रत्येक काल मे भगवान अवतार लेते है।
इस संसार के निर्माता और संचालक भगवान ही है, कोई बहुत अच्छा मकान बनता है तो उसे बनाने वाला कोई अवश्य है, तो इतना सुंदर संसार बना है, सूर्य चंद्र समुंद्र आकाश धरती अपने आप नही बने है, इसको कोई बनाने वाला अवश्य है, कोई गाड़ी रास्ते पर व्यवस्थित चल रही है तो इसे चलाने वाला अवश्य है, तो जब संसार इतना सुंदर तरीके से चल रहा है, दिन रात सर्दी गर्मी बरसात सब कुछ समय पर आ रहा है, तो यह अपने आप नही चल रहे, इनको बनाने व चलाने वाला कोई अवश्य है। उनके नाम अनैक है, रूप अनैक है, लेकिन भगवान एक है।
रामायण मे राम जन्म के पहले रावण के जन्म की कथा है रावण ने बहुत उपद्रव किया देवताओं ने प्रार्थना की तब भगवान ने रावण का उद्धार किया। ठीक भी है बीमारी पहले जन्म लेती है दवा बाद मे की जाती है, अंधेरा पहले होता है, प्रकाश हम बाद मे करते है, अथार्त जब भी इस संसार मे घोर अन्याय और अधर्म का वातावरण बनता है, तब भगवान धरती पर दुष्ट का संहार करने हेतु मानस रूप मे जन्म लेते है। त्रेता युग मे रावण एवं उसके साथी दैत्यों का जब अत्याचार बड़ने लगा तब भगवान ने श्री राम लला के रूप मे कौशल नरेश महाराज दशरथ के घर जन्म लिया, उस दिन पूरी अयोध्या नगरी हर्षो उल्लास से खुशियाँ मना रही थी, समस्त देवी देवता जय जय कर कर रहे थे।
आज राम जन्मोत्सव के अवसर पर पूरे पंडाल को विशेष रूप से सजाया गया। कथा मे राम जन्म के समय रामलला को पालने मे झूला झूलाया गया। सभी ने एक दूसरे को बधाई दी। सभी का मुह मीठा कराया, पूरा पंडाल रामलला की जयकार से गूँज उठा। रामायण एवं संत श्री की पूजा आज के जजमान श्री आशीष चतुर्वेदी श्रीमति श्वेता अग्रवाल के द्वारा की गई। प्रशाद वितरण श्री विमल गर्ग के द्वारा किया गया। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष श्री आनंद अरोड़ा महानगर मंत्री शशिप्रकाश इन्दोरिया सर्वेश्वर अग्रवाल श्री सरदारमल जैन श्री अशोक मेघवाल श्री मूलचंद जी सोनी लेखराज सिंह श्रीमती अल्का गौड़ अभिलाषा शक्ति जैन अनुपम गोयल राजेश जैन सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम मे रोजाना हजारो श्रद्धालु कथा सुनने आ रहे है।
कल श्री राम के बाल्यकल के प्रसंग की कथा होगी, यह कथा दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक विभिन्न अध्यायों के माध्यम से चलेंगी, जिसमे प्रतिदिन रामायण के अलग अलग सोपानों पर संगीतमय कथा का वाचन होगा। 21 तारीख को दोपहर 1.15 बजे विराट हिंदू सम्मेलन का आयोजन रखा गया है। जिसमे देश भर के अनैक संत महात्मा उपस्थित रहेंगे।
प्रचार प्रमुख
शरद गोयल 9414002132
