मंदिर में उमड़ी भीड़, शाकम्भरी जयन्ती पर बही भजनों की रसधारा



-शंकर खारोल- सूरजपुरा। कस्बे क्षेत्र मे खारोल खारवाल समाज की आराध्य कुल देवी मॉ शाकम्भरी का जन्मोत्सव हर्षोउल्लासपूर्वक मनाया गया। ्रघर घर मॉ शाकम्भरी की पूजा अर्चना कर सुख शन्ति की कामना की। इस अवसर पर समीपवर्ती ग्राम मॉ शाकम्भरी मंदिर मे सुबह शाम महाआरती का आयोजन किया गया। मंदिर मे मॉ शाकम्भरी के दर्शनार्थ दिनभर आस पास के गावो के लोगो का ताता लगा रहा । सर्द हवाओ व घने कोहरे के बावजूद मॉ शाकम्भरी के दर्शन करने मे महिलाओ, बच्चो सहित युवाओ मे उत्साह नजर आई। कस्बे मे शनिवार रविवार रात्रि को जय मॉ शाकम्भरी सेवा समिति के तत्वाधान मे विशाल भजन संध्या का अयोजन किया गया। भजन कलाकार धनराज मीणा बून्दी ने गणेश वन्दना गजानन्द देवा, भागचन्द गुर्जर गुरूवन्दना वारी हो गुरूदेव आपने बलिहारी , भजनो की तान शाकम्भरी का मेला,गुमादे मारा बालाजी घुमर घुमर गोठो के भजनो की एक से एक बढकर भजनो की प्रस्तुति देकर श्रोताओ को भक्ति करी रसधारा मे भोर तक डुबुयो रखा। डांसर नीलू मीणा व पूजा मीणा ने भजनो पर जमकर ठुमके लगाये। जादूगर भीलवाडा सावर लाल वैष्णव ने छोटे से डिब्बे से चोकलेट,सॉॅफ ा व सौ सौै के नोट निकाल कर लोगो आश्चर्य चकित कर दिया। भजनो की रसधारा मे श्रोताओगण झुम उठे ।
51 जोड़ी ने हवन में दी आहुतियां
कलश यात्रा में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
विशाल भजन संध्या में झूम उठे श्रोता
सूरजपुरा। कस्बे के समीवर्ती ग्राम प्रतापपुरा मे मॅा शाकम्भरी प्रकटय दो दिवसीय महोत्सव शनिवार रात्रि विशाल भजन संध्या व सोमवार पूर्णिमा उद्यापन के साथ कलश यात्रा व 51 जोडो द्वारा हवन मे आहुतिया के साथ सम्पन्न हुआ। महोत्सव के दूसरे दिवस पर शाकम्भरी मंदिर से कलश यात्रा मॉ शॉकम्भरी की पूजा अर्चना के साथ रवाना हुई। कलश यात्रा मे महिलाए सज्जधज कर राजस्थानी परिधान पहनकर सिर पर कलश रखकर मॉ शाकम्भरी के जयकारे के साथ रवाना हुई। कलश यात्रा के आगे बालको ने ध्वज पताका लेकर जयकारे के साथ आगे आगे चल रहे थे। कलश यात्रा के आगे महिलाए बेंड बाजे की धुन पर महिलाओ ने जमकर ठुमके लगाए वही नवयुवक मण्डल ने मॉ शाकम्भरी के जयकारो से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। कलश यात्रा शाकम्भरी मंदिर से प्रारम्भ होकर बालाजी मंदिर, खारोल मोहल्ला,चारभुजा मंदिर,ब्राह्मण मोहल्ला,देवजी मंदिर,रामदेव मंदिर, बेरवा बस्ती से गुजरते हुए शिव मंदिर, रामदेव मंदिर, गणेश मंदिर, भेरू मंदिर होते हुए शाकम्भरी मंदिर पहुची।
इक्यावन जोड़ों ने हवन में आहुतियां
शाकम्भरी प्रकाटय महोत्सव पर पूर्णिमा उद्यापन के तहत इकावन जोडो ने आचार्य चेतन त्रिपाठी व दिनेश तिवाडी,बुद्विप्रकाश तिवाडी,संतोष तिवाडी,अशोक तिवाडी,मुकेश तिवाडी के सानिध्य मे इकावन जोडो ने सवा बजे से तीन बजे तक सत्यनारायण की कथा श्रवण के साथ गयारह हवन कुण्डो पर गयारह हजार मंत्रोचार सहित आहुतिया दी गयी। इस दोरान हवन सम्पन्न होने के बाद जोडो को परिजनो ने वस्त्र पहनाए।
महोत्सव की पूर्व संध्या पर भजनों पर झूम उठे श्रोतागण
जय मॉ शाकम्भरी नवयुवक मण्डल के तत्वाधान मे मॉ शाकम्भरी के प्रकटय महोत्सव की पूर्व संध्या पर विशाल भजन संध्या पर भक्ति की रसधारा मे सरोबार होकर नवयुवक मण्डल के युवाओ व श्रोतागण झुम उठे । मॉ शाकम्भरी की पूजा के साथ भजन कलाकार प्यारे लाल गुर्जर ने गण्ेश वन्दना गजानन्द पधारो म्हारी सभा मे रंगभर जाओ के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की। भजन कलाकार प्यारे लाल गुर्जर,रघुनाथ गुर्जर ने एक से एक बढकर भजनो की प्रस्तुति देकर सभा मे भक्ति की रसधारा बहाई।आज मन ले चलो शाकम्भरी का मेला मे भजन पर श्रोताओ ने जमकर ताली बजाई जिससे वातावरण गुंजायमान हो गया। प्रिया मारवाडी डांसर ने भजनो पर नृत्य प्रस्तुतकर जमकर वाहवाहह लुटी। कॉमेडी कलाकार मनीष छेला जयपुर ने भेरू जी नाटक पर कॉमेडी करके जमकर श्रोताओ हसते हुए लोटपोट कर दिया। भजन कलाकार प्यारे लाल गुर्जर ने जोगणिया के मेले मे,मारे घर आजा रे काना ,मारे देव पधरे आगणे,ठुमक ठुमक चाले शाकम्भरी भजनो पर भक्ति की बही रसधारा मे श्रोता को भोर तक पाण्डाल मे जमे रहे। सर्द हवाओ के झुको मे भी अलसुबह तक श्रोता भक्ति की रसधारा मे झुमते रहे।
Jay Mata di