अप्रेल माह तक समस्त फीड़रों की मीटरिंग करें-प्रबंध निदेशक
अजमेर, 3 मार्च। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे डिस्काॅम क्षेत्र के समस्त विद्युत फीड़रों की अप्रेल माह के अन्त तक मीटरिंग करें तथा इस माह शत-प्रतिशत राजस्व वसूली के कार्य में जुट जाएं।
प्रबंध निदेशक मंगलवार को अजमेर डिस्काॅम मुख्यालय सभागार में गोद लिए गाँवों के प्रभारी अधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थें। उन्होंने कहा कि अधिकारी गोद लिए गाँव में जाकर लोगों से व्यक्तिशः सम्पर्क में रहें, वहीं रात्रि विश्राम करें तथा लोगों को निगम की बकाया राजस्व जमा कराने के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि वे गाँवों में जाते समय सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों को भी साथ ले जाकर वहां समाधान करने का प्रयास करें। उन्होेंने कहा कि निरीक्षण मात्रा खानापूर्ति नहीं वरन् सकारात्मक परिणाम देने वाले हो। निरीक्षण के प्रपत्रों को सावधानीपूर्वक अध्ययन कर समय पर रिपोर्ट भी प्रेषित करें। साथ ही बकाया राजस्व वसूली के लिए लोगों से व्यक्तिगत सम्पर्क भी करें।
उन्होंने कहा कि समस्त विद्युत फीड़रों की मीटरिंग की जानी है इसके लिए अप्रेल अन्त तक यह कार्य सुनिश्चित किया जाए। अधीक्षण अभियंता (एम एण्ड पी) जहां मीटर उपलब्ध नहीं है वहां मीटर उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी देखेंगें। उन्होंने फीड़रवार माइक्रो स्तर पर माॅनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी पकड़ने के कार्य के लिए गाँवों में जाने वाली टीम यह पूर्व सुनिश्चित करलें कि संबंधित गाँव में किसी प्रकार का विरोध नहीं है। यदि ऐसा हो तो पुख्ता जाफ्ते के साथ ही जाए तथा स्थानीय प्रशासन से पूर्ण मदद ली जाए।
राजस्व वसूली पर जोर दें-
प्रबंध निदेशक ने अधिकारियों से कहा कि वे इस वित्तीय वर्ष के अन्तिम माह मार्च में राजस्व वसूली पर पूर्ण जोर दें तथा शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करें। वे गोद लिए गाँव में ऐसे बकायादार जिनकी बकाया ज्यादा हैं उनसे सम्पर्क करें तथा उन्हें राशि जमा कराने के लिए प्रेरित करें। प्रत्येक अधिकारी के पास अपने क्षेत्र के बकायादारों की सूची उपलब्ध रहें।
जीएसएस पर वीसीबी लगाएं-
प्रबंध निदेशक ने कहा कि प्रत्येक जीएससएस के फीडर पर वीसीबी लगाया जाना सुनिश्चित करें। जहां वीसीबी खराब हैं तथा गारण्टी पीरियड़ में हैं उन्हें सही करवाएं। उन्होंने बताया कि वीसीबी का एमआईएस सिस्टम बनाया जा रहा हैं जिसके माध्यम से समस्त वीसीबी की जानकारी उपलब्ध रहेगी।
नवनियुक्त कर्मियों को कार्यभार सौंपें-
प्रबंध निदेशक ने बताया कि निगम में आउट सोर्सिंग को कम किया जाएगा। इसके लिए नए पदों पर भर्ती से आए कार्मिकों को जिम्मेदारी सौंपी जाए। अधीक्षण अभियंता उनके क्षेत्रा के जीएसएस पर कार्मिकों की संख्या नियत कर आउट सोर्सिंग कम करेगें। इसके लिए उन्होंने आउट सोर्स की समस्त जानकारी एकत्रा करने के निर्देश दिए।
उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो-
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि निगम में उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो इसके लिए अधिकारी मनोबल बना कर कार्य करें तथा सभी को प्रोत्साहन दें। उन्होंने बताया कि विभाग में सही काम नहीं करने वालों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही होगी इसके लिए सक्षम अधिकारी के अधिकारों का विकेन्द्रीयकरण किया जा रहा हैं।
कनेक्शनों का सत्यापन करें-
प्रबंध निदेशक ने बताया कि आदिवासी क्षेत्रों में बीपीएल कनेक्शन हुए हैं। अधिकारी जब भी अपने क्षेत्र में जाए तो वहां कनेक्शनों का सत्यापन कराएं। उन्होंने कहा कि इन्टर कनेक्शनों की भी जांच की जाए तथा जो सही नहीं है तथा जहां इन्टर कनेक्शन की आवश्यकता महसूस नहीं हो रही हैं, उन्हें निरस्त करने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी जब भी दौरे पर जाए उसके एक दिन पूर्व संबंधित सहायक अभियंता को सूचित करें ताकि मुख्यालय पर समस्त कर्मचारी उपस्थित हो तथा उनसे बातचीत हो सके।
बैठक में अजमेर जोन क्षेत्र के 48 अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में गत माह के दौरान किए गए भ्रमण कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में पीडीसी कनेक्शन, विद्युत छीजत रोकने के उपाय, राजस्व वसूली, ईयूडीआर एक्ट के तहत कार्यवाही तथा अन्य नवाचार जो उन्होेंने अपने क्षेत्रा में किया है कि जानकारी दी। प्रबंध निदेशक ने नवाचारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भी अपनाने के निर्देश दिए।
बैठक में निदेशक (वित्त) श्री एन.के. माथुर, सचिव (प्रशासन) श्रीमती मेघना चैधरी, मुख्य लेखाधिकारी श्री एस. एम. माथुर (एटीबी), श्री एम.के. जैन (राजस्व), मुख्य अभियंता श्री बी.एस. रत्नू (अजमेर जोन), श्री बी.एम. भामू (वाणिज्य), श्री डी.के. शर्मा (आई टी), टी ए श्री मुकेश बाल्दी सहित समस्त गोद लेने वाले अधिकारी उपस्थित थे।
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बिजली चोरी रोकने का अभियान
72 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी
अजमेर, 3 मार्च। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा के निर्देशानुसार सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत गत मंगलवार को विभिन्न वृत्तांे के 92 स्थानों पर छापामार कार्यवाही की जाकर कुल 72 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर कुल 12 लाख 76 हजार 383 रूपए का राजस्व वसूली का निर्धारण किया गया।
निगम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) श्री राममूर्ति जोशी ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए 3 मार्च को की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में भीलवाड़ा वृत्त में 24 स्थानों पर जांच कर 15 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 91 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया जबकि नागौर वृत्त में 29 स्थानों पर जांच कर 27 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 6 लाख 24 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। झुंझुनूं में 3 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ते हुए 64 हजार 383 रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
उन्होंने बताया कि चित्तौड़गढ़ में 15 स्थानों पर जांच कर 14 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर एक लाख 50 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। साथ ही प्रतापगढ़ में 8 स्थानों पर जांच कर 2 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 17 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। डूंगरपुर में 5 स्थानों पर जांच कर 4 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ कर 30 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया तथा उदयपुर में 8 स्थानों पर जांच कर 7 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी जहां 3 लाख रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। इसी दिन विभिन्न वृत्तों में कुल 41 मोबाइल टावरों की भी जांच की गई।