-सुमित सारस्वत- होली के दूसरे दिन धुलण्डी के मौके ब्यावर के बांकेबिहारी मंदिर में विशाल फाग महोत्सव का आयोजन किया गया। यहां भक्तों ने ठाकुरजी के साथ चांदी की पिचकारी से होली खेली। भक्तों ने भगवान पर केसर, गुलाब जल और टेसू के फूलों का रंग बरसाया। गायक गोपाल वर्मा ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी। चंग की थाप के बीच फाग गीतों की धमाल पर हर भक्त झूम उठा। करीब चार घंटे चले इस आयोजन में एक हजार किलो फूलों से होली खेली गई।
हीरालाल जगन्नाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष माणक डाणी ने बताया कि वर्ष 1934 में ट्रस्ट बना। वर्ष 1965 में बांकेबिहारी मंदिर की स्थापना की गई। पहले इस मंदिर में पुरी के जगन्नाथ भगवान की प्रतिमा स्थापित करने का प्रावधान था लेकिन जगद्गुरु शंकराचार्य ने इस प्रक्रिया को कठिन बताया। इसके बाद ट्रस्ट सदस्यों ने भक्तों की भावनाओं को ध्यान में रखकर वृंदावन की तर्ज पर बांकेबिहारी को विराजित किया गया। खास बात है कि ब्यावर में फागोत्सव की शुरूआत बांकेबिहारी मंदिर से ही हुई है। यहां बीते 48 साल से होली के दूसरे दिन फागोत्सव का आयोजन हो रहा है। आनंद के झूले में झूले राधा और गिरधारी.., कैसे होली खेलूं सांवरिया के संग.., होली खेलांगा आपा गिरधर गोपाल से.., रंग मत डाले रे सांवरिया.. जैसे भजनों पर श्रद्धालु प्रभु प्रेम में मग्न होकर झूम रहे थे। आरती के पश्चात् मथुरा के पेडों का विशेष प्रसाद वितरित किया गया। ट्रस्ट सदस्य अविनाश गर्ग, नेमीचंद सर्राफ, कुंदन अग्रवाल, सुरेश रायपुरिया, महेंद्र सलेमाबादी, घनश्याम गर्ग, सतीश गर्ग, अजय मोदी, भाजपा महिला मोर्चा महामंत्री साधना सारस्वत, पूर्व पार्षद अनिता शर्मा, कांता बंसल, डॉ.सरला शर्मा, नीरु बंसल, शैली शर्मा, बबीता गौड़, रेणु गर्ग, मधु सोलीवाल, चंचल सोलीवाल, अंजू गर्ग, प्रियंका सेन, शिखा बंसल, मनीषा अग्रवाल, अनिता गर्ग, आरती सोमानी, संगीता गर्ग, महेश सिंहल, पिंटू बंसल, विजय तंवर, नवीन गर्ग, बबलू अग्रवाल, किशोर अग्रवाल, संजय गर्ग, कमल जिंदल, नितेश जिंदल, मनीष गोयल, पिंटू बंसल सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने फागोत्सव में भाग लिया।
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