

मंच की ओर से गिरधर तेजवानी ने बताया कि पिछले दिनों कोतवाली थाना प्रभारी जितेन्द्र गंगवानी के साथ डयूटी के दौरान जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए दूर्व्यवहार किया गया। इतना ही नहीं उनके खिलाफ झूठा इस्तगासा भी दायर किया गया, इससे समाज में गहरा रोष व्याप्त है। उन्होने बताया कि हालाकि यह मामला सिर्फ पुलिस एवं व्यापारी का बीच का था लेकिन जानबूझकर इसे जातीय रंग दिया गया है। विशेष रूप से इसी कारण समाज में भारी रोष है। सिन्धी समाज जातीवादी राजनीति में विश्वास नहीं रखता लेकिन अगर उसे दूरभावना पूर्वक निशाने पर लिया जाता है उसे कतई बर्दाशत नहीं किया जायेगा। उन्होने चेतावनी दी कि यदि इस प्रकरण में निष्पक्ष कार्यवाही नहीं कि गयी तो पूरा समाज आन्दोलनात्मक कदम उठा सकता है।
बैठक में इस सिलसिले में आगे कार्यवाही करने के लिये एक कमेटी का गठन किया गया है जिसमें नरेन शाहनी भगत, कंवल प्रकाश किशनानी, गिरधर तेजवानी, तुलसी सोनी, रमेश चेलानी, हरी चन्दनानी, भगवान कोटाई, रमेश टिलवानी, मोहन तुल्सयानी, मनोहर मोटवानी, जगदीश अभिचन्दानी, गोविन्द आसनानी, नरेश जोधानी, ऋषि मंघलानी शामिल है। इस बैठक में शहर की विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद थे जिनमें अजमेर सिन्धी सेन्ट्रल महासमिति, सिन्धी युवा महासमिति, अजय नगर सिन्धी समाज, वैशाली सिन्धी सेवा समिति, आदर्श सिन्धी पंचायत, सिन्धी विकास समिति चन्द्रवरदाई, सिन्धी सोसायटी मदार तथा दरगाह बाजार, नला बाजार, नया बाजार, केसरगंज, स्टेशन रोड़ व शहर की कई व्यापारिक एसोसियेशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
गिरधर तेजवानी
मो. 7742067000