रेडिएशन के खतरे से किया आगाह

चौपाटी पर प्रदर्शित हुआ नुक्कड़ नाटक
100_3297अजमेर / ‘सुनो सुनो सुनो, कानों में तेल डाल के सुनो, जमूरा खेल दिखाने आया है‘‘। ये रोचक संवाद थे ‘नाट्यवृंद थियेटर ग्रुप‘ के युवा कलाकारों द्वारा सोमवार 27 अप्रेल की शाम आनासागर चौपाटी पर रंगकर्मी उमेश कुमार चौरसिया द्वारा लिखित व निर्देशित रोचक नुक्कड़ नाटक ‘जमूरा सब जानता है‘ के। रोचक जुमलों से आमजन को आकृष्ट करने वाले हास्य संवादों से भरपूर इस नुक्कड़ नाटक ने आधुनिक संचार युग में मोबाइल के दीवाने लोगों को रेडिएशन के गंभीर खतरे के प्रति आगाह किया। इस नाटक में मदारी और जमूरे के हास्यपूर्ण संवादों के माध्यम से बताया कि आवासीय कॉलोनियों में मोबाइल टावर हमारे लिए मौत की घंटी साबित हो सकते हैं। टावर से निकलने वाली अदृश्य रेडिएशन तरंगों से शारीरिक अपंगता सहित अनेक मानसिक बीमारियां, यहाँ तक कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी हो सकती है। स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए आवश्यक है कि मोबाइल टावरों को अस्पताल, स्कूल और आबादीक्षेत्र से दूर रखा जाये। नाटक में अंकित शांडिल्य, हर्ष ुल मेहरा, निमल सहवाल, युवराज वाही, लखन चौरसिया, ज्योति बारोटिया व दीपिका अरोड़ा ने विविध पात्रों का प्रभावी अभिनय किया। उल्लेखनीय है कि नाट्यवृंद संस्था विगत कुछ माह से विविध विषयों पर जनजागरण हेतु विशेष अभियान के तहत नुक्कड़ नाटकों का प्रदर्शन कर रही है।
उमेश कुमार चौरसिया
संपर्क-9829482601

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