सेवा और संस्कार कार्यशाला सम्पन्न

समारोह, परिषद की वैब साईट का लोकापर्ण

DSC_0421DSC_0435DSC_0426भारत विकास परिषद अजमेर द्वारा परिषद की तीनों शाखाओं की संयुक्त कार्यशाला सेवा और संस्कार का आयोजन स्थानीय दाधीच वाटिका में सम्पन्न हुआ। जिसमें भारत विकास परिषद का परिचय, उसके उद्देश्य एवं व्यक्ति निर्माण राष्ट्र निर्माण विषयों पर परिचर्चा एवं व्यख्यान्न दिया गया। नये आगन्तुक सदस्यों का शपथ ग्रहण एवं अभिनन्द समारोह भी सम्पन्न हुआ। साथ ही भारत विकास परिषद की वैब साईट www.bvpajmer.com का लोकरपर्ण मुख्य अतिथि प्रो. वासुदेव देवनानी, माननीय शिक्षा राज्य मंत्री द्वारा किया गया।
परिषद के प्रवक्ता श्री शरद गोयल ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए शिक्षा मंत्री प्रो. वासुदेव देवानानी ने कहा कि देश में सेवा के संगठन तो बहुत से कार्य कर रहें है। परन्तु भारत विकास परिषद सेवा और संस्कार के भाव को परिलक्षित करते हुए राष्ट्र निर्माण के कार्य में लगी हुई है। परिषद के सदस्य निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करते है। भारत विकास परिषद वो संगठन है जो आपदा के समय सदैव सहयोग करने में आगे रहता है।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्ति निर्माण राष्ट्र निर्माण विषय पर बोलते हुए राष्ट्रीय संयोजक श्री बलराज आचार्य ने कहा कि यदि राष्ट्र का निर्माण करना है तो हमें सर्वप्रथम व्यक्ति निर्माण करना होगा और भारत विकास परिषद का प्रथम उद्देश्य व्यक्ति निर्माण करना है। श्री आचार्य ने कहा कि परिषद ही एक ऐसा संगठन है जहां सदस्य को सपरिवार संस्कारित कर उनमें सेवा और सहयोग की भावना उत्पन्न की जाती है और वहीं से सदस्य सम्पर्ण की भावना उत्पन्न होती है। यही व्यक्ति निर्माण का मूल उद्देश्य है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रान्तीय अध्यक्ष श्री मुकंुद सिंह राठौड ने परिषद के पांचों सूत्र के बारे में विचार रखते हुए कहा कि सम्पर्क द्वारा लोगो को जोडकर उनमें संस्कार उत्पन्न कर जरूरत मंद के सहयोग एवं उनकी सेवा हेतु समपर्ण भाव पैदा करना ही भारत विकास परिषद का आधार है।
क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री अनिल चैरडिया ने अपने प्रेरणा दायी उद्धबोधन में परिषद के प्रकल्पांे की जानकारी सभी सदस्यों को दी मूलतः उन्होंनें सेवा प्रकल्पों पर जोर देते हुए कहा कि परिषद द्वारा सेवा प्रकल्पों को चला कर स्वामी विवेकानन्द के नर सेवा नारायण सेवा के भावों को स्थापित किया जा सकता है।
परिषद के वरिष्ठ सदस्य श्री कमल किशोर व्यास ने सदस्यों से सीधा संवाद करते हुए पूछा कि जो भी व्यक्ति परिषद से जुडा है उसका परिषद से जुडने का उद्देश्य क्या है ? सदस्यों ने बताया कि वे सेवा कार्यो के लिए परिषद से जुडे है साथ ही कुछ सदस्यों कहा कि परिषद से जुडने का उद्देश्य परिवार को संस्कारित करना है। आज की कार्यशाला का मूल भी सेवा और संस्कार है।
इस अवसर पर परिषद के प्रान्तीय महा सचिव श्री दिनेश कोगटा ने भारत विकास परिषद का परिचय सभी सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत किया और बताया कि भारत विकास परिषद की स्थापना सेवा और संस्कार के माध्यम से मां भारती को परम वैभव पर पहुंचाने के लिए की गई है।
इससे पूर्व सर्वप्रथम मंचस्थ अतिथियों द्वारा मां भारती एवं स्वामी विवेकानंद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जलन कर कार्य का शुभारंभ किया गया। सुश्री ममता तुल्सयानी द्वारा वन्दे्मातरम गीत प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्री शरद गोयल एवं श्री दिलीप पारीक द्वारा किया गया। भारत विकास परिषद का पावर पाइन्ट प्रस्तुतीकरण युवा शाखा की महिला प्रमुख श्री पारूल मेहरा द्वारा किया गया। कार्यशाला की परिकल्पना श्री शरद गोयल द्वारा रखी गई। स्वागत उद्धबोधन कार्यशाला संयोजक श्री भारत भूषण बंसल द्वारा दिया गया। परिषद के अध्यक्ष डाॅ. सुरेश चंद गाबा ने सभी का धन्यवाद किया गया।
इस अवसर पर परिषद के संरक्षक श्री राधेश्याम अग्रवाल, अध्यक्ष श्री सुरेश चंद गाबा, सचिव श्री मोहन लाल कुमावत, कोषाध्यक्ष श्री राजेश अग्रवाल, डाॅ. कमला गोखरू, श्री रामचंद शर्मा, श्री नरेन्द्र सिंह राठौड सहित पृथ्वी राज शाखा कि अध्यक्षा डाॅ. नीलम कौर, सचिव डाॅ. सुरेन्द्र अरोडा, श्री सुशील गर्ग, युवा शाखा के अध्यक्ष श्री निखिल शाह सचिव श्री आशीष गार्गिया, कोषाध्यक्ष श्री विजय ईनानी, श्री संदीप गोयल, श्री अंकित मेहरा, श्री सुनील अग्रवाल आदि सदस्य उपस्थित थे।
 प्रवक्ता
शरद गोयल
9414002132
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