जी एल आर बनी शो पीस खेल्लिया खाली
तीन किलोमीटर दूर से लाने की बनी मजबूरी
सूरजपुरा /शंकर खारोल / गर्मी के दस्तक के साथ पानी की मांग बढने लगी वही ग्रामीण आंचल मे पानी को लेकर हा हाकार मचा हुआ है। वही दूसरी जलदाय विभाग र्प्याप्त सप्लाई नही करके पानी के सप्लाई के खोखले दावे कर अपनी पीठ थपथपा मे लगा है। ग्रामीणआचंल मे पानी को भरने की बारी को लेकर महिलाओ ने कहासुनी के साथ लडाई का मैदान बना रख रखा है। अजमेर सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री व विधायक और जलदाय विभाग के अधिक्षण अभियन्ता सहित आलअधिकारी की जानकारी के बावजूद पानी के विकट हालात का समाना करना पड रहा है। ऐसा ही मामला प्रकाश मे आया जहा सात सालो से पेयजल समस्या का ग्रामीणे को सामना करना पड रहा । जलदाय विभाग जहा तीसरे दिन के अन्तराल के अपर्याप्त सप्लाई कर गाव मे पानी की समुचित वयवस्था करने के दावे कर अपनी पीठ थपथपा रहा है लेकिन जमीनी हकीगत की बात की जाए तो पीने के लिए पर्याप्त पानी ग्रामीणा को नशीब नही हो पाता है। महिलाए घण्टो पानी के इन्तजार मे टकी टकी लगाए बेठी रहती है कि ना जाने कब पानी आ जाए। ऐसा ही मामला अजमेर जिले की सरवाड पंचायत समिति के रामपाली ग्राम पंचायत के राजस्व समीपवर्ती ग्राम प्रतापपुरा मे देखने को मिले।
विधायक व मंत्री के दखल के बाद भी नही बदले हालात
पेयजल समस्या को लेकर ग्रामीणो ने जलदाय विभाग के आलाअधिकारी सहित विधायक शत्रुघ्न गौतम व केन्दीय मंत्री सावर लाल जाट को समस्या से अवगत कराने के बावजूद भी हालात जस के तस बने हुए है। गौरतलब है कि गत काग्रेस शासन मे पानी की समस्या को लेकर भाजपा कार्यकर्ता के नेतृत्व मे बार बार समस्या पर ज्ञापन सहित विरोध जताया गया । लेकिन समस्या का समाधान नही हो सका। विधानसभा चुनाव के दौरान विधायक शत्रुघ्न गौतम से पानी की समस्या पर चुनाव जितने के बाद समस्या हल करने का आश्वासन दिया था। शत्रुघ्न गौतम विधायक भी बन गये। लेकिन समस्या का समाधन नही कर सके।ग्रामीणो ने बार बार विधायक को पानी की समस्या से अवगत कराया। विधायक फटकार पर जलदाय विभाग द्वारा सप्ताहभर र्प्याप्त सप्लाई करने बाद अपना वही ढर्रा अपना लेता है। हाल ही मे गत माह प्रतापेश्वर महादेव मंदिर मे धार्मिक कार्यक्रम व जनप्रतिनिधि स्वागत कार्यक्रम मे केन्द्रीय मंत्री व अजमेर सांसद सावर लाल जाट,केकडी विधायक शत्रुघ्न गौतम ,सरवाड प्रधान किशन लाल सहित जनप्रतिनिधी ने शिरकत की । इस दौरान ग्रामीणो ने पेयजल समस्या का मुददा उठाते हुए बताया कि सात सालो से र्प्याप्त सप्लाई की मांग करे है। लेकिन जलदाय विभाग उट के मुह मे जीरे के समान पानी की सप्लाई करता है। जिस पर केन्द्रीय राज्यमंत्री सावर लाल जाट ने जलदाय विभाग के सहायक अभयंता को फटकार लागते हुए पानी सप्लाई के निद्रेश दिए थे। वही केकडी विधायक शत्रुघ्न गौतम ने शाकम्भरी मंदिर के पास डेड लाख की नयी जीएलआर बनाने व पर्याप्त सप्लाई करवाने का आश्वासन दिया। लेकिन सप्ताहभर र्प्याप्त सप्लाई करने के बाद मंत्री व विधायक की फटकार व निद्रेश बेअसर हो गये।
दोनो जीएलआर बना शो पीस व खेल्लिया खाली
जलदाय विभाग द्वारा गत काग्रेस सरकार के शासन मे तत्कालीन केकडी विधायक रघुशर्मा के प्रयासो से ग्रामीण आचंल मे गावो मे दो जी एल आर का निमार्ण करवाया गया। कस्बे मे जलदाय विभाग द्वारा देवजी मंदिर व चारभुजा मंदिर के पास दो जीएलआर का निर्माण करवाया गया। जलदाय विभाग द्वारा बतर्मान मे तीसरे दिन के अन्तराल मे पानी की सप्लाई की जाती है। पर्याप्त सप्लाई नही होने से जीएलआर भर नही पाती है। नल से होने वाली सप्लाई से महिलाए भी पीने के र्प्याप्त पानी नही भर पाती है। पानी के लिए इन्तजार बर्तनो लगता अम्भार,बारी को लेकर महिलाओ मे नोकझोकव तकरार के हालात लम्बे अर्से से जलदाय विभाग की उदासीनता अनदेखी व लापरवाही के चलते तीसरे दिन के अन्तराल मे होने वाली अपर्याप्त सप्लाई परेशनी का सबब बन गई है। पानी के किल्लात के चलते महिलाए अपने बर्तनो का अम्भार लगाकर अपना नम्बर लगाती है। अपनी बारी को लेकर महिलाओ मे नोकझोक व तकरार होना आम बात हैं। कई बार नोकझोक लडाई का रूप ले लेती है। ऐसे हालात गणेश मंदिर के पास ,देवजी मंदिर व चारभुजा मंदिर के पास जीएलआर के लगे नलो मे अक्सर देखे जा सकते है। महिलाए खेती बाडी का कामकाज छोडकर अमृृत रूपी जल को अपने घडे मे समेटने के लिए टकी टकी नजरो से पानी का इन्तजार करती है। पानी की आहट पर मिनटो मे महिलाओ का झमघट लग जाता है। ओर वही बारी को लेकर नोकझोक व तकरार का दौर शुरू हो जाता है।
जलदाय की लापरवाही से काश्तकारो पर पडी दोहरी मार
जलदाय विभाग की लम्बे अर्से से लापरवाही व अनदेखी के चलते ग्रामीणा को महगाई के दौर मे भी आर्थिक नुकशान उठाना पडां ।पानी की मंाग के अनुरूप् सप्लाई नही होने पर ग्रामीणो ने अपने स्तर पर हजारो की लागत से घर घर बोरिंग खुदवाये। ग्रामीणो ने बताया कि पानी की किल्लत के चलते कस्बे मे पन्द्रह बीस हजार की लागत से करीब पच्चास बोरिंग सालभर मे खुदवाये जा चुके है।ग्रामिणो का कहना है कि बोरिंग का पानी योग्य नही है।उक्त क्षेत्र मे कुए व बावडी का पानी कई सालो पूर्व पीने के रूप मे लेने से ग्रामीण जवानी मे ही कुबडे हो जाते थे। ग्रामीण बोरिंग के पानी का धरेलू कार्य मे उपयोग करते है। जलदाय विभाग द्वारा पानी की समुचित व्यवस्था नही करने पर बोरिंग खुदवाने पर हजारो रूपए का आर्थिक भार उठाते हुए कर्जदार होना पडा। कस्बे मे अधिकाशंतया किसान वर्ग हैजो खेती कर अपने परिवार का पालन पोषण करते है।
तीन किलोमीटर दूर से वाहनो पर पानी लाने की बनी मजबूरी
जलदाय की लापरवाही के चलते ग्रामीणे को तीन किलोमीटर दूर से पानी लाने की मजबूरी बनी हुई है। ग्रामिणे ने बताया कि पानी की पर्याप्त सप्लाई नही होने से पानी के लिए दर दर भटकना पडता है। कस्बे से तीन किलोमीटर दूर अजमेर कोटा राजमार्ग पर स्थित टेंक नम्बर तीन से अपने वाहनो पर पानी लाने को विवश है। ग्रामीणो की आने जाने मे छ किलोमीटर की दूरी तय करनी पडती है। मोपेडवाहन पर छ किलोमीटर दूरी तक पेटोल खर्च करने पर अमृत रूपी पानी का प्रबन्ध हो पाता है। ्र
ग्रामीणो मे आक्रोश व्याप्त, उग्र आन्दोलन की चेतावनी
काग्रेस युवा नेता मोहन खारोल, प्रभु खारोल, किराणा व्यवसाई राजेश खारोल, रामदेव खारोल, गोरधन खारोल,प्रहलाद टेलर,गोपाल खारोल, जेपी बैरवा ने आक्रोश जताते हुए बताया कि जलदाय विभाग की लापरवाही का खमियाजा ग्रामीणो को आर्थिक नुकशान के साथ उठाना पड रहा है। पानी की समस्या का शीघ्र समाधान नही होने पर ग्रामीणो को जलदाय विभाग के खिलाफ उग्र आन्दोलन कर धरना देने की चेतावनी दी।
इनका कहना है
जलदाय विभाग के कमचारी द्वारा द्वेषतापूर्वक सप्लाई की जाती है। सप्ताह भर से देवजी मंदिर के पास जीएलआर की पानी सप्लाई बंद कर रखी है। गाव मे पानी की पानी की सप्लाई प्रयाप्त नही होने से महिलाओ मे पानी को लेकर झगडा होता रहता है। पानी भरने के लिए तीन किलोमीटर दूर से अपने वाहनो से पानी लाने से आर्थिक नुकशान उठाना पड रहा है। जलदाय विभाग के आला अधिकारी सहित विधायक मंत्री की जानकारी मे होने के बावजूद भी पानी की समस्या बरकरार है।
-मोहन खारोल, काग्रेस युवा नेता, प्रतापपुरा