– भगवान सिंह – जवाजा। नीमडीखेडा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय की एकमात्र शिक्षिका ने अपने ऐवज में स्थानीय ग्रामीण युवक को लगा दिया। इस हैरतअंगेज मामले का खुलासा शनिवार को जवाजा पंचायत प्रधान गायत्री रावत के निरीक्षण के दौरान हुआ। स्कूल के बरामदे में 1 से 5 तक की कक्षाओं के बच्चों को एक साथ पढ़ा रहे युवक से जब प्रधान ने बच्चों का रजिस्टर दिखाने को कहा तो युवक निरुत्तर हो गया। युवक ने कहा कि कि मैडम स्कूल नहीं आती। सारा रिकॉर्ड उनकेे पास है। उसको तो मैडम ने ढाई हजार रुपये महीना के हिसाब से बच्चों को पढ़ाने के लिए लगा रखा है। युवक ने अपना नाम कपिल सिंह बताते हुए खुद को खेडाकला का निवासी बताया। इधर स्कूल में 36 नामांकन होने पर 14 बच्चे उपस्थित मिले। प्रधान ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो पता चला कि मैडम का नाम लक्ष्मी चौहान है। प्रधान ने बीईईओ को कार्रवाई के निर्देश दिए। पाणी न भरां तो डंडा मारे करला गांव के उप्रावि के बाहर लगे हैंडपंप पर सुबह नौ बजे तक बच्चे पीने का पानी भर रहे थे। प्रधान ने बच्चों से पूछा कि अब तक पानी भरोगे तो कब पढ़ोगे, तभी बच्चे बोले पाणी न भरा तो डंडा मारे मैडम। नाराज प्रधान ने कार्यवाहक संस्थाप्रधान लेखपाल सिंह चौहान से कहा कि अब पानी नहीं भरवाएं।
68 बच्चों पर 8 शिक्षक
फि र भी बच्चे कमजोर इधरं कानपुरा के राउप्रावि में 68 बच्चों पर 8 शिक्षक हैं। इसके बावजूद शैक्षिक स्तर कमजोर पाया गया। प्रधान ने संस्था प्रधान सुल्तान मेहरात को शैक्षणिक सुधार के निर्देश दिए।
इनका कहना
‘नीमडी खेड़ा स्कूल की शिक्षिका द्वारा एवजी में मास्टर लगाने का मामला गंभीर है। इस मामले की सोमवार को जांच कराई जाएगी। जिन स्कूलों लाइट.पानी की समस्या है। इसकी रिपोर्ट दे रखी है। करला स्कूल में बच्चों से पानी भरवाने के मामले में भी कार्रवाई होगी। संतोषसिंह चौहान, बीईईओ जवाजा
-भगवानसिंह रावत सनवा