हर जिले की तीन टाॅपर छात्राओं की पढ़ाई का खर्च उठाएगी सरकार

शिक्षा राज्य मंत्राी ने विभिन्न योजनाओं के तहत 61 छात्राओं को वितरित की स्कूटी
हाॅकी की खिलाडि़यों को भी दी छात्रावृत्ति

asअजमेर, 12 मार्च। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार राजस्थान में बालिका उत्थान के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। बालिकाओं के जन्म के साथ ही उनके लालन-पालन और शिक्षा तक की जिम्मेदारी सरकार वहन कर रही है। राजस्थान में लिंगानुपात को सही रखने तथा कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों की रोकथाम केे लिए भी कड़ी कार्यवाही की जा रही है। आमजन राज्य सरकार के इन प्रयासों में सक्रिय सहयोग करें तो राजस्थान बालिका उत्थान में देश का अग्रणी राज्य बन सकता है।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज सम्राट पृथ्वीराज चैहान राजकीय महाविद्यालय एवं राजकीय सावित्राी कन्या महाविद्यालय में 61 मेधावी बालिकाओं को स्कूटी वितरित की। उन्होंने हाॅकी की खिलाडि़यों को भी छात्रावृत्ति वितरित की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. देवनानी ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में महिलाओं और बालिकाओं के उत्थान के लिए सरकार संवेदनशीलता के साथ प्रयास कर रही है। राज्य ने हर उम्र की बालिकाओं और महिलाओं के कल्याण के लिए योजनाएं लागू की है। आमजन को भी इन योजनाओं को समझ कर अपने परिवार एवं आसपास की जरूरतमंद बालिकाओं को लाभ दिलाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने महिलाओं को बराबरी का हक दिलाने के लिए भामाशाह योजना लागू की है। इसमें महिलाओं को परिवार का मुखिया बनाया गया है। योजना में परिवार को विभिन्न लाभ मिलेंगे। इसी तरह परिवार में कन्या के जन्म लेने पर प्रोत्साहन स्वरूप विभिन्न योजनाएं प्रदेश में लागू है। कक्षा एक से आठ तक शिक्षा निशुल्क है। हाल ही में सरकार ने एक अभिनव पहल के तहत योजना लागू की है। इस योजना के तहत प्रत्येक जिले की मेरिट में प्रथम तीन स्थानों पर आने वाली छात्राओं के उच्च अध्ययन का सारा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
प्रो. देवनानी ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में नवीं कक्षा की छात्राओं को साईकिल दी जा रही है। इसी तरह पांच किलोमीटर से अधिक दूरी से आने वाली छात्राओं को ट्रांसपोर्ट वाउचर की सुविधा प्रदान की गई है। इसी तरह लैपटाॅप वितरण एवं गार्गी पुरस्कार जैसी योजनाए भी बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए चल रही है। राज्य सरकार के इन प्रयासों को सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहा है। राजस्थान के सरकारी स्कूलों में इस वर्ष करीब 9 लाख नए नामांकन हुए है।
उन्होंने स्कूटी योजना के तहत लाभान्वित छात्राओं का आह्वान किया कि वे खूब मन लगाकर पढ़े और अपने परिवार, समाज, प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करें। स्कूटी चलाए लेकिन साथ ही यातायात नियमों का भी पूरी तरह पालन करें। बिना हेल्मेट लगाए वाहन नहीं चलाएं।
इस अवसर पर दोनों महाविद्यालयों के शिक्षक एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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