झूलेलाल जयन्ती महोत्सव का ग्यारहवाँ दिन
अजमेर, 02 अप्रेल। पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति के संयोजन में चेटीचंड महोत्सव के तहत मनाए जा रहे 22 दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत ग्यारहवें दिन कार्यक्रम संयोजक जयकिशन लख्यानी ने बताया कि संत कंवरराम मण्डल के तत्वावधान में आज संत कंवरराम विद्यालय आशागंज पर परम पूज्य हुजूरी रूप सांई साधराम साहिब, सन्त सतराम धाम रेहड़की साहिब, सिन्ध जा प्रवचन, भजन व कीर्तन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सिंध से आये सांई साधराम साहिब ने अपने प्रवचनों में कहा कि हमारे गुरू स्वामी सतरामदास साहेब हमेशा फरमाते थे हम कोई उत्सव करते हैं तो भगवान से रहमत पाना चाहते हैं। रहमत हमेशा तभी साथ रहती हैं, जब हम सेवा करते रहें और जब हम सेवा करते हैं, तो हमसे कोई गलती नहीं होती और हम पाप से दूर हो जाते हैं, तब सद्गुरू हमारे साथ होता है, तब हमारे अन्दर और हमारे आस-पास सुख ही सुख रहता है। चेटीचण्ड के अवसर पर यह मौज समाज मना रहा है। निश्चित रूप से इससे समाज में नई जागृति आएगी और हम अपनी संस्कृति, सभ्यता व भाषा को बचाने में कामयाब होंगे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में ईष्ट झूलेलाल संत कंवरराम एवं संतरामदास के चित्रों पर माल्यार्पण किया गया। स्वागत भाषण नरेन साहनी भगत द्वारा किया गया, मंच संचालन महेन्द्र कुमार तीर्थानी द्वारा किया गया। शहर के सभी पंचायतों, व्यापारिक और सामाजिक संगठनों द्वारा संतो के अजमेर आगमन पर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर गीत-संगीत की प्रस्तुती घनश्याम भगत, स्कूल के बच्चों द्वारा नृत्य व गायन प्रस्तुत किया गया। किये रहजाया तोखे किये परचाया….राम चहो सच्चो सतराम चहो…..आओ कागा कर गाल मुंखें वरूण…. की प्रस्तुती दी गई।
इस अवसर पर मण्डल के नरेन साहनी भगत जमनादास गुरनानी, लालचन्द मुलानी, विजय साहनी, सरस्वती मुरजानी, हातुमल खत्री, कंवल प्रकाश किशनानी, गिरधर तेजवानी, हरि चंदनानी, मुखी कन्हैयालाल, भगवान कलवानी, प्रकाश जेठरा आदि उपस्थित थे।
2 अप्रेल को होने वाले कार्यक्रम
पूज्य झूलेलाल जयन्ती समारोह समिति के संयोजन में आयोजित चेटीचण्ड महोत्सव के अन्तर्गत बारहवें दिन के बारे में कार्यक्रम संयोजक जयकिशन लख्यानी ने बताया सिन्धु समिति के अध्यक्ष जयकिशन लख्याणी ने बताया कि मेले का विधिवत उद्घाटन हरिसेवा धाम भीलवाड़ा के महन्त स्वामी हंसराम, ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के गौतम सांई, अखिल भारतीय सिन्धी साधू समाज के महामंत्री स्वामी श्यामदास एवं प्रेम प्रकाश आश्रम देहली गेट के ओंम सांई, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास प्रमुख संतों द्वारा भगवान झूलेलाल की पवित्र ज्योत प्रज्जवलित कर किया जायेगा।
मेला संयोजक अशोक तेजवाणी ने बताया कि मेले में मशहूर कलाकार प्रकाश मोटवाणी द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम में सिन्धी गीत, पंझडा के साथ विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों के ग्रुप नृत्य के रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेगें। इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर के बहिराणा साहब की सवारी के सेवाधारियों के साथ कई कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। मेले को सुरूचिपूर्ण बनाने के लिए विभिन्न स्वादिष्ट सिन्धी व्यंजनों के स्टॉल लगाये जायेगें। जिनमें मुख्यतः कढ़ी-चावल, सिन्धी-कोकी-दही, दाल-पकवान, ढोढो-चटिणी, दाल-छोला-डबल, बीह जा पकोड़ा, चप- चटिणी, खीचा-पापड़, गीहर, फलूदा, सैंडविच, पपड़ी आदि है। उन्होनें बताया कि मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सिन्धु संस्कृति से ओतप्रोत प्रदर्शनी के साथ-साथ शहनाई, डांडिया, घुडसवारी, ऊंटसवारी, झूले भी लगाये गये हैं।
मेला सह-संयोजक महेश ईसराणी व जगदीश बसरमलाणी ने बताया कि मेले के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जायेगा जिसमें उत्कृष्ट बालक-बालिका के साथ साथ ‘‘अम्मा-बाबा’’ एवं उत्कृष्ट दम्पति का चयन कर पुरस्कृत किया जायेगा। मेले में प्रतियोगिताओं के लिए रात्रि 8ः30 बजे तक प्रविष्टियां ली जायेगी। मेले में लगे उत्कृष्ट स्टॉलों को भी समिति द्वारा पुरस्कृत किया जायेगा एवं मौके पर ज्ञानवर्द्धक प्रश्नोतरी पर इनाम दिये जायेगें एवं रेफ्रल ड्रॉ की लॉटरी भी निकाली जायेगी।
कंवल प्रकाश किशनानी
समन्वयक
मो. 9829070059