अजमेर से साकार होगा स्वच्छ राजस्थान, स्वस्थ राजस्थान का मुख्यमंत्रा का सपना
बालिकाओं के स्वास्थ्य के लिए अजमेर से हुई बड़ी शुरूआत
जिले के हर बालिका स्कूल, कॉलेज, अस्पताल में मशीन से मिलेंगे सैनेट्री नैपकीन पैड
बड़े स्तर पर योजना को लागू करने वाला पहला जिला बनेगा अजमेर
मात्रा दस रूपए का सिक्का डालकर मशीन से मिलेगा सैनेट्री नैपकीन पैड का पैकेट
अजमेर 08 जून। मुख्यमंत्रा वसुन्धरा राजे का स्वच्छ राजस्थान, स्वस्थ राजस्थान का सपना अजमेर जिले से साकार होने जा रहा है। बालिकाओं को स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए उनके स्कूल, कॉलेज और अस्पताल सहित उनकी पहुंच के क्षेत्रा में सैनेट्री नैपकीन पैड उपलब्ध कराने के अजमेर जिले से बड़ी शुरूआत की गई है। बालिकाएं एटीएम की तरह मशीन में एक, पांच या दस रूपए का सिक्का डालकर सैनेट्री नैपकीन पैड ले सकेंगी। इसके लिए उन्हें किसी मेडिकल या जनरल स्टोर पर जाने की जरूरत नहीं होगी। जिले के 70 स्थानों पर यह मशीने लगेंगी। इसकी शुरूआत आज जनाना अस्पताल से कर दी गई।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने आज कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्रा श्रीमती अनिता भदेल, महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, एडीए अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेड़ा एवं पूर्व सांसद श्री रासा सिंह रावत सहित अन्य अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में अजमेर जिले में इस अभिनव पहल की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बालिकाओं में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा करने, उनकी झिझक मिटाने एवं उन्हें उनके घर के पास, उनके स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैण्ड सहित बालिकाओं एवं महिलाओं की पहुंच वाले क्षेत्रों में यह नैपकीन वैण्डिंग मशीने लगाई जाएंगी। प्रथम चरण में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से 70 स्थानों पर मशीने लगाई जाएंगी।
जिला कलक्टर श्री गोयल ने बताया कि यह नैपकीन वैण्डिंग मशीने एटीएम की तरह काम करेंगी। इनमें एक, पांच एवं दस रूपए के सिक्के डालकर नैपकीन खरीदा जा सकेगा। भारत सरकार के उपक्रम एचएलएल लाईफ केयर लिमिटेड द्वारा लम्बे रिसर्च के पश्चात हैप्पी डेज के नाम से तैयार इन सैनेट्री नैपकीन को मात्रा 10 रूपए देकर खरीदा जा सकेगा। नैपकीन के पैकेट में 3 नैपकीन पैड मिलेंगे। खास बात यह है कि बाजार में उपलब्ध महंगे उत्पादों की तुलना में हैप्पी डेज पैड बेहद सस्ते एवं प्रसिद्ध उत्पादों के मुकाबले कहीं ज्यादा गुणवत्ता पूर्ण हैं। इनके साईड इफेक्ट भी नहीं हैं। इसके साथ ही वैण्डिंग मशीनों के पास एक इंसिनरेटर भी स्थापित किया जा रहा है। इस इंसिनरेटर में उपयोग में लिए गए पैड को नष्ट किया जा सकेगा ताकि पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे एवं खुले में पड़े रह गए नैपकीन से किसी तरह के इन्फैक्शन की संभावना भी समाप्त हो जाए।
जिला कलक्टर ने बताया कि देश में 10 से 19 वर्ष आयु वर्ग की आबादी करीब 21 फीसदी है। इस आयु वर्ग के स्वास्थ्य के लिए यह शुरूआत बेहद अहम है। यह मशीनें नैपकीन पैड की 24 घण्टे उपलब्धता सुनिश्चित करेंगी। साथ ही मेडिकल स्टोर पर जाने की ग्रामीण बालिकाओं व महिलाओं की स्वभाविक झिझक भी इससे समाप्त होगी। महिलाएं एवं बालिकाएं सिर्फ एक बटन दबाकर सैनेट्री नैपकीन पैड का पैकेट हासिल कर सकेगी।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय श्री एल.एन.राठी, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्याल के पूर्व कुलपति प्रो. के.सी.शर्मा, पर्यावरण विभाग के अध्यक्ष प्रो.प्रवीण माथुर, लॉयंस क्लब आस्था के पूर्व संभागीय अध्यक्ष श्री अतुल पाटनी, लॉयंस क्लब आस्था के अध्यक्ष श्री शशिकान्त वर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
सैनेट्री नैपकीन मशीन पहले दिन ही लोकप्रिय
जनाना अस्पताल से हुई शुरूआत, बालिकाओं और महिलाओं ने कहा ‘‘शानदार शुरूआत’’
अजमेर 08 जून। अजमेर जिले में सैनेट्री नैपकीन के विक्रय के लिए वैण्डिंग मशीन की शुरूआत जनाना अस्पताल से आज शाम कर दी गई। मशीन पहले ही दिन महिलाओं और बालिकाओं में लोकप्रिय हो गई है। महिलाओं ने इसे शानदार शुरूआत करार देते हुए कहा कि अब मेडिकल स्टोर पर जाकर सैनेट्री नैपकीन खरीदने की स्वभाविक झिझक से हमें छुटकारा मिल जाएगा।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल की उपस्थिति आज शाम राजकीय जनाना अस्पताल में सैनेट्री नैपकीन हैप्पी डेज वैण्डिंग मशीन की शुरूआत की गई। अस्पताल में उपस्थित बालिकाओं एवं महिलाओं ने मशीन मे ंसिक्के डालकर सैनेट्री नैपकीन पैड खरीदे। उन्होंने इसे शानदार शुरूआत करार देते हुए कहा कि अब हमें पैड खरीदने के लिए मेडिकल या जनरल स्टोर पर जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
वैण्डिंग मशीन से पैड खरीदने वाली नसीराबाद के पास लवेरा गांव की निवासी राजकुमारी ने कहा कि यह एक बहुत अच्छी शुरूआत है। हमें कई परेशानियों से निजात मिल जाएगी। साथ ही यह योजना महिलाओं और बालिकाओं के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी।
अजमेर के मदार क्षेत्रा में रहने वाली श्रीमती सरिता शर्मा ने योजना के लिए नया नारा दिया। उन्होंने कहा ‘‘सस्ता, सुगम, सौम्य। प्यारा नैपकीन हमारा। उन्होंने कहा कि बड़ी उम्र की महिलाओं ने जिस स्वाभाविक झिझक को जिया है, नए जमाने की बालिकाओं एवं महिलओं को उस परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने अस्पताल प्रशासन को इन वैण्डिंग मशीनां के ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। उन्होंने जानकारी दी कि इन वैण्डिंग मशीनों से नैपकीन पैड बेचने पर इससे संबंधित जिम्मेदार महिला को प्रति पैकेट 10 प्रतिशत कमीशन भी मिलेगा। साथ ही स्वयं सहायता समूह को 20 प्रतिशत कमीशन मिलेगा। उन्होंने चिकित्सालय का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।