रक्तदान जीवन रक्षक महादान, सभी करें सहयोग- प्रो. देवनानी

पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर युवाओं ने किया रक्तदान
proajm25-9-16p1अजमेर, 25 सितम्बर। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि रक्तदान जीवन रक्षक महादान है। हम सभी को इस महादान को नियमित अन्तराल करना चाहिए और अपने मित्रों व प्रियजनों को भी प्रेरित करना चाहिए।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने यह बात आज पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर आज राजकीय महाविद्यालय एवं राजकीय कन्या महाविद्यालय में आयोजित रक्तदान शिविरों में कही। महाविद्यालयों में आयोजित कार्यक्रमों को सम्बोधित करते हुए शिक्षा राज्य मंत्राी ने कहा कि चिकित्सालयों में रक्त आवश्यकता का बहुत बड़ा भाग इस तरह के रक्तदान शिविरों से पूरा होता है। युवाओं को इस जीवन रक्षक महादान को निरन्तर करते रहना चाहिए । साथ ही उन्हें अपने मित्रों और परिजनों को भी रक्तदान के लिए पे्ररित करना चाहिए।
प्रो. देवनानी ने कहा कि बहुत कम पाए जाने वाले रक्त समूहों के रक्त दाताओं का पूरा डाटा तैयार रखा जाए तथा उन्हें समय समय पर रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाए ताकि जरूरत पड़ने पर कम पाए जाने वाले समूह का रक्त उपलब्ध हो सकें। उन्होंने रक्त दाताओं से मुलाकात कर उनकी हौसला अफजाई भी की । इस अवसर पर महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, पूर्व उप महापौर श्री सोमरत्न आर्य सहित महाविद्यालयों के शिक्षक एवं रक्तदाता विद्यार्थी उपस्थित थे। राजकीय महाविद्यालय में 93 एवं राजकीय कन्या महाविद्यालय में 38 यूनिट रक्तदान हुआ।

शिक्षक अभिभावकों को बताएंगे विद्यार्थियों की प्रगति एवं देंगे सुझाव
अजमेर, 25 सितम्बर। राज्य के सरकारी स्कूलों में पहली बार आगामी 30 सितम्बर को निजी स्कूलों की तर्ज पर पेरेंट टीचर मीटिंग आयोजित की जाएगी । इसके तहत शिक्षक विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल बुलाएंगे और उन्हें उनके बच्चे की प्रगति से अवगत कराएंगे । शिक्षक अभिभावकों को बच्चे की शिक्षा एवं व्यवहार से संबंधित सलाह भी देंगे तथा स्कूल के उन्नयन से संबंधित सुझाव आमंत्रित करेंगे।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि राज्य सरकार ने पहली बार यह निर्णय लिया है कि विद्यार्थियों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए सीधे अभिभावकों से संवाद शुरू किया जाए। इसके तहत आगामी 30 सितम्बर को राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में पेरेंट टीचर मीटिंग आयोजित की जाएगी। शिक्षक अभिभावकों को स्कूल में बुलाएंगे तथा उनके बच्चे से संबंधित प्रगति से अवगत कराएंगे।
प्रो. देवनानी ने बताया कि निजी स्कूलों में अभिभावकों से शिक्षकों का प्रतिमाह संवाद होने के कारण अभिभावकों को बच्चों की प्रगति तथा अन्य जानकारियां प्राप्त होती रहती है। शिक्षक स्कूल के साथ ही घर पर भी पढ़ाई से संबंधित महत्वपूर्ण सलाह देते है। साथ ही अभिभावक भी स्कूल एवं पढ़ाई से संबंधित अपनी जिज्ञासा एवं समस्याओं के बारे में शिक्षकों से संवाद कर सकते है। संवाद का यह आदान प्रदान अंततः विद्यार्थी के हित में होता है। राज्य सरकार ने यह पहल सरकारी स्कूलों में भी शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि आगामी 30 सितम्बर को पेरेंट टीचर मीटिंग से संबंधित आदेश सभी सरकारी स्कूलों तक पहुंचाया जा चुका है। शाला प्रधानों को इस संबंध में निर्देशित किया जा चुका है। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि वे 30 सितम्बर को पेरेंट टीचर मीटिंग में अवश्य जाए ताकि उन्हें अपने बच्चे से संबंधित जानकारियां प्राप्त हो सकें। सभी शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि इस आदेश की अक्षरशः पालना सुनिश्चित की जाए।

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