अजमेर -24 नवम्बर आज प्रातःकाल महन्त रामदास उदासी गुरू बाबा विशम्भर देवदासी, अजयनगर, अजमेर वाले ब्रहमलीन हो गये। महन्त जी के देवलोक गमन के समाचार से सारे साधू समाज व श्रृद्धालुओं में शोक छा गया सभी उनके अंतिम दर्शन के लिये अजयनगर आश्रम पर एकत्रित हो श्रृद्धासुमन अर्पित किये। उसके उपरांत महामण्डलेश्वर श्रीमहंत हंसराम उदासीन, भीलवाडा के सानिध्य में उनके परिवार जनों के साथ उनकी अंतिम यात्रा आश्रम से प्रारम्भ होकर अजयनगर, शहीद अविनाश महेश्वरी विद्यालय, भगवानगंज, संत कवंरराम विद्यालय, राजेन्द्र स्कूल होते हुये महर्षि दयानन्द सरस्वती शमशान स्थल पहुंची जहां पर सभी संत महात्माओं व श्रृद्धालुओं के उपस्थिति में उनके सुपुत्रों ने मुखागिनी दी। पूरे मार्ग पर श्रृद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर श्रृद्धांजलि दी। महामण्डलेश्वर हंसराम जी ने इस अवसर पर श्रीचन्द्र चालीसा का पाठ के पश्चात् अरदास करते हुये कहा कि महंत रामदास सदैव सेवा व स्मरण के प्रेरणास्त्रोत रहे हैं उनसे जीवन प्रेरणा लेकर श्रृद्धालुओं को पथचिन्ह पर चलना चाहिये।
