शिक्षा राज्यमंत्राी ने किया मिशन मेरिट अभियान के विद्यार्थियों को संबोधित
विद्यार्थियों को दिए परीक्षा में सफलता और मेरिट में आने के टिप्स
अजमेर, 11 जनवरी। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान की शिक्षा अब एक नए प्रगति पथ पर चल पड़ी है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों के बच्चे निजी स्कूलों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। अभिभावक भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। यह बच्चे राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं एवं बारहवीं कक्षा की मेरिट में भी स्थान बनाएंगे।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने राजकीय केन्द्रीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में मिशन मेरिट के तहत शिविर को संबोधित कर प्रतिभावान विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता के सूत्रा बताए। इस शिविर में शहर के 20 स्कूलों के टाॅपर विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे है। प्रो. देवनानी ने कहा कि सफलता के लिए कड़ा अनुशासन, सही तैयारी, समर्पण और आत्मविश्वास की आवश्यकता है। परीक्षा देने वाले विद्यार्थी को सही समय पर पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए किसी भी तरह जल्दबाजी या उतावलापन परिणाम बिगाड़ सकता है। इसके लिए विद्यार्थी दिमाग को ठंडा रखें और पूरे आत्मविश्वास के साथ उत्तर लिखें।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की शिक्षा सकारात्मक परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। पिछले तीन सालों में राज्य सरकार ने शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। शिक्षकों की ज्यादातर समस्याओं का समाधान कर उन्हें राहत प्रदान की गई है। अब शिक्षक भी पूरे मनोयोग के साथ बच्चों को पढ़ाएं और आगे बढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में अब सिर्फ शत-प्रतिशत परिणाम से काम नहीं चलेगा। अब 60 प्रतिशत, 75 प्रतिशत, 80, 90 एवं 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले बच्चे भी स्कूलों के प्रदर्शन का आधार माने जाएंगे। बालिका विद्यालयों में जितनी ज्यादा बालिकाएं गार्गी पुरस्कार प्राप्त करेंगी, उस स्कूल को उतना ही अच्छा माना जाएगा।
अभावों से ना घबराएं
शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. देवनानी ने विद्यार्थियों को सीख दी कि अभावों और परेशानियों से ना घबराएं। उन्होंने स्वयं के जीवन का अनुभव बताते हुए कहा कि मेरा बचपन भी अभावों में बीता है। मैने सुभाष उद्यान में लैम्प पोस्ट के नीचे बैठकर पढ़ाई की और अपना खर्च चलाने के लिए कागज के लिफाफे बनाकर बेचे। तब इतनी सुविधाएं नहीं हुआ करती थी। आज आपको कम्प्यूटर जैसी आधुनिकतम सुविधा भी मिली हुई है। आप उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर अपने आपको आगे बढ़ाएं। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं शिक्षक भी उपस्थित थे।
