मंगल कलश शोभा यात्रा के साथ शुरू हुई श्रीमद्भगवत कथा

14131516अजमेर 13 जनवरी 2017। सन्ंयास आश्रम के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा और श्री विष्णु महायज्ञ के आठ दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में शुक्रवार को विशाल धार्मिक मंगल कलश शोभा यात्रा के साथ श्रीमद्भगवत कथा की विधिवत शुरूआत हो गई। संन्यास आश्रम के अधष्ठिाता वेदान्ताचार्य स्वामी शिव ज्योतिषानन्द महाराज और रेवासा पीठाधिश्वर स्वामी राघवाचाचार्य महाराज के सानिन्ध में खाईलैंड मार्केट स्थित राज राजेश्वर मन्दिर से गाजे बाजों के साथ मंगल कलश यात्रा शुरू हुई जो शहर के विभिन्न मार्गाे से होते हुए कथा आयोजन स्थल पटैल मैदान पर पहुचकर सम्पन हुई। मंगल कलश यात्रा में हिस्सा लेकर धर्म लाभ कमाने के लिये श्रद्धालु महिलाओं में होड़ मच गई, पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर महिओं को आश्रम द्वारा गठित कमेटी की ओर से कलश का वितरण किया गया। राजरोजेश्वर मन्दिर से से शुरू हुई शोभा यात्रा का शहर के विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। गाजे बाजे और ठोम ठमाकों के साथ निकाली गई इस विशाल शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में बाहर से आए श्रद्धालुओं ने भाग लेकर धर्म लाभ कमाया। राज राजेश्वर मन्दिर से शुरू हुई शोभा यात्रा नया बाजार चौपड़, आगरा गेट ,गणेश मन्दिर,जयपुर रोड होते हुए पटेल मैदान पहुंची, जहां आश्रम के श्रद्धालुओं ने अगुवानी कर शोभ यात्रा का स्वागत किया। इसके पश्चात वृन्दावन से आए कथा व्यास श्रवणानन्द महाराज के श्रीमुख से श्रीमद्भागवत कथा का वाचन शरू हुआ। अजमेर नगर निगम के महापौर धमेन्द्र गहलोत सहित आश्रम के सदस्य कालीचरण खंडेलवाल, श्याम बंसल, सीताराम ख्ंाडेलवाल, दिनेश सोनी, किशन बंसल, शंकर बंसल, कंवल प्रकाश किशनानी, पंकज खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में बाहर से आए श्रद्धालुओं और अतिथियों ने भाग लिया। कथा प्रारम्भ होने से पूर्व कथा स्थल पर आए श्रद्धालुओं को स्वामी श्विि ज्योतिषानन्द महाराज ने भागवत कथा की महिमा के बारे में बतातते हुए कहा कि जिस स्थान पर भागवत का आयोजन होता है, वहां श्रीहरि का पूर्ण निवास हो जाता है। इस अवसर पर मौजूद श्रद्धालुओं को कथा का महत्त्व बताते हुए रेवासा से आए अग्रपीठाधिश्वर स्वामी राघवाचार्य महाराज ने कहा कि भागवत कथा का महत्त्व कई गुणा पुण्यों के बराबर है कथा को सुनने और ममन करने से भगवान का सान्निध्य मिलता है। कथा व्यास वृन्दावन से आये स्वामी श्रवणानन्द महाारज ने कथा की महत्ता के बारे में कहा की कथा सुनने से इंसान भी चलता फिरता मन्दिर हो जाता है। उन्होंने बड़े ही सुंदर शब्दों ने भगवान श्री कृष्ण की महिमा बताते हुए कहा कि कथा को सुनने और उस पर मनन करने वाले को भगवान अपनी शरण में ले लेते हैं और उसके सभी संकटों का स्वत ही हरण होता जाता है । कथा करतें हुए स्वामीजी ने कर्ठ स्मरणो का भी उल्लेख करते हुए श्रीहरी की महिमा के बारे में बताया। उन्होंने कथा केपहले दिन गीता को जोड़ते हुए प्राणी के कर्तव्यों का भी बोध करवाया। वहीं इससे पूर्व कथा स्थल पर जारी श्री विष्णु महायज्ञ के दौरान बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने पवित्र अग्नि में हवन कुंडों में आहूति देकर पाप कर्माे का नाश करते हुए धर्म लाभ कमाया। इस मौके पर यजमान कालीचरण खंडेलवाल, श्याम बंसल, सीताराम खंडेलवाल, दिनेश सोनी, किशन बंसल, शंकर बंसल और पंकज खंडेलवाल ने पवित्र अग्नि के समक्ष हवन कुड में आहूति देकर धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया।

कौशल जैन
मो. 8094430099

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