नेति की क्रिया सिर व नाक, कान व गले के सभी अवयवों को शुद्ध एवं स्वच्छ रखती है। इसको आधुनिक भाषा में ईएनटी केयर कहा जाता है। यह न केवल नासिकाद्वारों को स्वच्छ करती है बल्कि विभिन्न प्रकार की एलर्जी से छुटकारा दिलाती है। जलनेति से दृष्टिदोष दूर होकर नेत्रज्योति बढ़ती है वहीं वमन धौति के द्वारा पेट की गैस एवं अतिअम्लीयता से छुटकारा मिलता है तथा श्वास के रोगियों के लिए भी यह अत्यंत लाभकारी है। उक्त विचार विवेकानन्द केन्द्र के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ0 स्वतन्त्र शर्मा ने छतरी योजना उद्यान, वैशाली नगर में चल रहे योग एवं प्राणायाम प्रशिक्षण सत्र के सातवें दिन के सत्र में जलनेति एवं वमनधौति का अभ्यास करवाते हुए व्यक्त किए।
योग सत्र समन्वयक डाॅ0 श्याम भूतड़ा ने बताया कि सत्र का समापन रविवार 31 मई को होगा तथा इसके उपरांत निःशुल्क योग कक्षा का प्रारंभ छतरी योजना पुराना उद्यान में किया जा रहा है। योग कक्षा के प्रभारी सुनील गर्ग होंगे तथा उनकी टीम के रूप में निशा जैन, सविता यादव, बीना जैन आदि सहयोगी शिक्षक रहेंगे।
प्रचार प्रमुख भारत भार्गव ने बताया कि विवेकानन्द केन्द्र के योग शिक्षण वर्गों का संचालन शहीद भगत सिंह उद्यान वैशाली नगर, चाणक्य स्मारक पंचशील नगर, लक्ष्मीनारायण मंदिर एलआईसी काॅलोनी वैशाली नगर, शिवाजी पार्क कृष्ण गंज, गाँधी भवन उद्यान आदर्श नगर तथा रेल उद्यान राजा साइकिल चैराहे पर प्रातः 5.30 से 6.30 तक निःशुल्क किया जा रहा है।
(भारत भार्गव)
प्रचार प्रमुख
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी
शाखा अजमेर