आत्महत्या का मामला, प्रिंसिपल व अध्यापक के खिलाफ प्रदर्शन

07-09-13-पीयूष राठी- केकड़ी। शहर में शुक्रवार को अध्यापकों की डांट फटकार के बाद आत्महत्या करने वाले छात्र का मामला शनिवार को उस समय गरमा गया जब राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय के प्रिंसिपल व अध्यापक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। छात्रों ने विद्यालय के बाहर आकर प्रिंसिपल व अध्यापक के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने लगभग आधे घण्टे तक जमकर नारेबाजी की जिसके बाद केकड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रों को वहां से खदेड़ा। छात्रों को विद्यालय के बाहर से खदेड़ा तो वे तीन बत्ती चौराहे पर एकत्रिक हो गये और फिर से नारेबाजी करने लगे जहां से भी पुलिस ने उन्हे खदेड़ दिया। गौरतलब हैं कि शुक्रवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय केकड़ी की कक्षा 11वीं में पढऩे वाले छात्र प्रधान माली को किसी गलती पर विद्यालय के प्रिसिपल भोजूराम मीणा व अध्यापक भंवर नरेन्द्र सिंह ने डांट फटकार लगाई थी, जिसकी उसे ऐसी ठेस पहुंची कि उसने घर पर जाकर फांसी लगा के अपनी इहलीला समाप्त कर ली। प्रधान ने आत्महत्या से पूर्व एक सुसाईड नोट भी लिखा था जिसे पुलिस ने उसकी पेंट की जैब से बरामद किया था। सुसाईड नोट में उसने लिखा था कि उससे एक गलती हो गई थी जिसके बाद प्रिंसिपल व अध्यापक ने उसे पीटा हैं जिससे वह आहत हुआ हैं और अपनी जान दे रहा हैं। पुलिस ने मृतक के पिता की रिपोर्ट पर मुकदमा भी दर्ज कर लिया था और सुसाईड नोट के आधार पर दोनों शिक्षकों को भी थाने पर बुला कर पूंछताछ की जा रही थी कि तभी शनिवार को मृतक के पिता ने एक रिपोर्ट पेश कर केकड़ी पुलिस बताया कि यदि छात्र कोई गलती करता हैं तो शिक्षक उसे डांट फटकार लगा सकता हैं ऐसे में शिक्षक की कोई गलती नहीं हैं। पुलिस ने भी पूरी पड़ताल कर दोनों ही शिक्षकों को रिलिज कर दिया हैं।
इनका कहना है-
पूरी पड़ताल करने पर सामने आया हैं कि छात्र द्वारा गलती की गई थी जिसकी शिकायत विद्यालय की छात्राओं ने प्रिंसिपल को की तो प्रिंसिपल द्वारा छात्र को डांट फंटकार लगाई थी जो एक सामान्य प्रक्रिया हैं। छात्र के पिता ने भी एक रिपोर्ट पेश कर बताया हैं कि शिक्षकों की इसमें कोई गलती नहीं हैं उन्होने नैतिकता के आधार पर छात्र को डांटा था ताकि वह पुन: गलती ना करें। शिक्षकों से भी गहन पूंछताछ की गई तथा स्कूल के छात्र-छात्राओं से भी जानकारी ली तो सामने आया कि शिक्षकों की कोई गलती नहीं थी जिसके बाद उन्हे रिलिज कर दिया हैं।
-जगमोहन शर्मा, वृतनिरीक्षक, केकड़ी पुलिस

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