केकड़ी। शहर में शरद पूर्णिमा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शुक्रवार को सुबह से ही मंदिरों में भक्तजनों की भीड़ देखने को मिली इसके साथ ही शहर के सभी मंदिरों में भी भगवान की मुर्तियों का आकर्षक श्रंगार किया गया। वहीं शरद पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को श्रीमते आश्रम पाण्डव सैना ब्यावर रोड़ के तत्वावधान में शहर के खिड़की गेट पर स्थित बड़पीपलेश्वर महादेव मंदिर में महाकाल शरद पूर्णिमा महोत्सव का भी आयोजन किया गया। महोत्सव के तहत अलसुबह ही बड़पीपलेश्वर महादेव मंदिर में शिव परिवार का पंचामृत से अभिषेक किया गया। इस दौरान भक्तजनों का तांता मंदिर परिसर में लगा रहा। इसके बाद पाण्डव सेना द्वारा शहर में एक भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई। शौभायात्रा में पाण्डव सैना के पदाधिकारीगण व कार्यकर्तागण हाथों में केसरिया पताकाऐं व अस्त्र-शस्त्र लेकर चल रहे थे वहीं इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। महिलाऐं सिर पर कलश लिये आगे बढ़ती जा रही थी। इसके साथ ही शौभायात्रा के आगे अश्वों पर युवक सवार होकर चल रहे थे जो शौभायात्रा में चार चांद लगा रहे थे इसके साथ ही शौभायात्रा में एक बग्गी भी चल रही थी जिसमें पंचशक्ति व महाकाल की प्रतिमाओं को विराजमान किया गया था। यह शोभायात्रा शहर के ब्यावर रोड़ पर स्थित श्रीमते आश्रम पाण्डव सैना से प्रारंभ हुई जो शनिमंदिर,सरसड़ी गेट,खिड़की गेट,गणेश प्याउ,सदर बाजार,घण्टाघर,अजमेरी गेट,अस्पताल रोड़ होते हुए बड़पीपलेश्वर महादेव मंदिर परिसर पंहुची जहां भक्तजनों द्वारा शौभायात्रा का अभिनंदन किया गया। इस दौरान शौभायात्रा का शहरभर में अनेकों स्थानों पर पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया। इसके बाद बड़पीपलेश्वर महादेव मंदिर में रात्रि में सुंदरकाण्ड के पाठ का भी आयोजन किया गया जिसमें भक्तजनों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। मध्यरात्री में महाआरती के बाद खीर का महाभोग भी लगाया गया व इसके बाद प्रसाद वितरित किया गया।
अजमीढ़ जयंति मनाई
शहर में स्वर्णकार समाज द्वारा शरद पूर्णिमा के अवसर पर अजमीढ़ जयंति हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर समाज द्वारा शहर में एक शोभायात्रा भी निकाली गई जिसमें समाज के महिला-पुरूषों ने जोश-फरोश के साथ हिस्सा लिया। शोभायात्रा खिड़की गेट स्थित श्री बड़ पीपलेश्वर महादेव मंदिर से प्रारभ हुई जो अस्पताल रोड़, अजमेरी गेट, घण्टाघर, सदर बाजार, गणेश प्याऊ, खिड़की गेट होते हुए पुन: बड़ पीपलेश्वर मंदिर परिसर पहुंचकर सम्पन्न हुई। शोभायात्रा में समाज की महिलाएं कलश धारण किए मंगल गीत गाती हुई चल रही थी तथा पुरूष भजन कीर्तन करते हुए आगे बढ़ रहे थे। इसके साथ हीभगवान अजमीढ़ की आकर्षक झांकी भी सजाई गई जो शोभायात्रा के साथ चल रही थी। शोभायात्रा के दौरान शहर में अनेकों स्थानों पर पुष्प वर्षा के साथ शोभायात्रा का स्वागत किया गया। शोभायात्रा के बाद अजमीढ़ भगवान की आरती कर प्रसाद वितरित किया गया।
-पीयूष राठी