श्रवण बाबू किशनगढ़ रत्न से अलंकृत
आर.के. मार्बल के सौजन्य से आयोजित हुआ कवि सम्मेलन
मदनगंज-किशनगढ़। रविन्द्र रंगमंच परिसर में शनिवार रात्रि में काव्य रस की वृष्टि कुछ इस तरह से हुई कि हर श्रोता उसमें भीगकर अपनी सुधबुध खो बैठा। हास्य रस हो या श्रृंगार रस, वीर रस हो या व्यंग्य की फब्तियां इन सब के समावेश में संपूर्ण वातावरण को अपनी गिरफ्त में लेते हुए हर लॅम्हे को यादगार बना दिया। संत नागरीदास की नगरी किशनगढ़ में आरके मार्बल के सौजन्य से व दशहरा मेला कमेटी के तत्वावधान में 7 दिवसीय साहित्यिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतिम दिवस अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में काव्य रस की सुरा में हजारों श्रोता इतना मदहोश हुए कि रविवार को प्रात: 4.30 बजे तक डटे रहे। कवि सम्मेलन का संचालन मंजितसिंह ने किया। कवि सम्मेलन का आगाज कीर्ति ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर किया।
हास्य कवि सम्पत सुरीला ने देश के वर्तमान हालात भ्रष्टाचार, महंगाई, कानून व्यवस्था आदि विषयों पर क्षणिकाएं सुनाई वहीं भ्रूण हत्या पर मेरे माता-पिता ही कसाई, अब किसी से क्या कहना, मुझे गर्भ में है मरवाई, कोख में ही चीता है जलाई, आने से पहले ही कर दी मेरी विदाई सुनाकर कवि सम्मेलन को बुलंदी प्रदान की। कांकरोली से आए संपत सुरीला द्वारा भु्रण हत्या पर मेरे माता पिता ही कसाई किसी से अब क्या कहना सुनाकर दर्शकों की तालियां बटोरी। सुरीला ने विभिन्न फिल्मी गानों पर पैरोडी बना कर हास्य रूप से प्रस्तुति दी। भीलवाड़ा के राजेन्द्र शर्मा ने लालू के चारा व मनमोहन के कोयले घोटाले के भ्रष्टाचार व वर्तमान देश में स्वतंत्रता सेनानियों की असली हकीकत को व्यंग्यात्मक रूप से प्रस्तुत किया।
देश भक्ति की बही सरिता – स्थानीय कवि श्रीराम गोडेश्वर ने देश भक्ति से ओत प्रोत तिरंगे की कविता व भारतीय सैनिकों के सिर काटने पर सरकार की निष्क्रियता पर प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रोताओं में देशभक्ति की भावना जगा दी। भोपाल से आए वाहे गुरू भाटिया ने हास्य काव्य पाठ व घर घर लंका इतने राम कहां से लाउं सुनाकर हंसाने पर मजबूर कर दिया। कवियत्री कीर्ति माथुर ने अखियंा किसी से दो चार कर ले प्यार कर ले रे मन प्यार कर ले गीत व जीवन दर्शन पर सदा जीवन बयां करती यहीं अपनी कहानी है, कभी रोना कभी हंसना यही तो जिदंगानी गीत सुनाकर श्रोताओं को मदमस्त कर दिया। इसी तरह कवि शांति तूफान देवेन्द्र नटखट, मनोज गुर्जर, विनय विनम्र, अभिराम पाठक, मेघ श्याम मेघ ने भी काव्य पाठ की प्रस्तुति दी।
अग्रवाल बने किशनगढ़ रत्न-कवि सम्मेलन के मध्य रात्रि 11 बजे अग्रवाल समाज एवं नगर के जाने माने समाजसेवी श्रवणकुमार अग्रवाल को किशनगढ़ रत्न से अलंकृत किया गया। उनका सम्मान लेने उनके पुत्र अरविन्द अग्रवाल ने ग्रहण किया। अग्रवाल समाज के सत्यस्वरूप आगीवाल को किशनगढ़ युवा रत्न, समाजसेवा के क्षेत्र में पार्षद सुशील अजमेरा, धार्मिक क्षेत्र में स्व. सत्यनारायण मोदानी के पुत्र दम्पति श्याम-गुंजन मोदानी को दिया गया। पर्यावरण के क्षेत्र में मार्बल व्यापारी नेमीचंद कोठारी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने सम्मानित को शॉल ओढ़ाकर पुष्प हार पहनाकर स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
शिक्षा में आगे आया दशहरा-स्वर्गीय सत्यनारायण भंवरलाल मोदानी परिवार ने नगर की उत्कृष्ठ शिक्षा प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए पहल करते हुए दशहरा मेला कमटी के माध्यम से 21 हजार रूपये का नगद पुरस्कार देने की घोषणा के अन्र्तगत कुमारी दीपिका गहलोत व ग्रामिण क्षेत्र बरना की मनीषा चौधरी को 11-11 हजार रूपये की राशि के चेक प्रदान किए।
ये थे अतिथि-समारोह में अतिरिक्त जिला कलक्टर किशोर कुमार मुख्य अतिथि थे, विशिष्ठ अतिथि सभापति गुणमाला पाटनी, भाजपा नेता महेन्द्र पाटनी व कांग्रेस नेता राजू गुप्ता थे।
सम्मान समारोह-दशहरा मेला कमेटी अध्यक्ष रमेश चांडक, संयोजक प्रदीप अग्रवाल, गोपाल प्रधान, विनोद पाटनी, मनमोहन शर्मा, सूर्यप्रकाश शर्मा, रामप्रकाश शर्मा, रामेश्वर सोलंकी, प्रकाश जाजू, प्रो. एस के बंसल, किशनलाल गहलोत आदि ने अतिथियों व कवियों का स्वागत किया।
-राजकुमार शर्मा
