आतिथ्य में वरिष्ठ पदाधिकारियों की अनदेखी के आरोप
मेले के होर्डिंग से पालिका उपाध्यक्ष का नाम गायब
पालिका चुनाव में शहरवासियों की मंशा की अनदेखी कर विधायक शत्रुघ्न गौत्तम की मनमर्जी भाजपाईयों पर अभी से भारी पडऩे लगी है। नवनिर्वाचित पालिकाध्यक्ष अनिल मित्तल अभी से अपनी मनमानी पर उतर आए हैं। शहर के तेजा मेले में आयोजन से पालिकाध्यक्ष और प्रशासन की मनमानी खुलकर सामने आ गई है। मेले में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में न केवल पार्टी के स्थानीय जिलास्तरीय पदाधिकारियों की अनदेखी की गई है। बल्कि आयोजन को लेकर शहर में लगे होर्डिंगस से पालिका प्रशासन ने पालिका उपाध्यक्ष मनोज कुमारी का नाम तक गायब कर दिया गया है। जबकि विधायक के चहेते छुटभैया नेताओं को कार्यक्रमों में विशेष तरजीह दी गई है। इन तमाम नेताओं से गुरेज की एकमात्र वजह पालिका चुनाव में इनका वरिष्ठ भाजपा नेता राजेन्द्र विनायका का समर्थन रहा है। आयोजन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के भीतर जबरदस्त आक्रोश और कसमसाहट है।
गौरतलब है कि पालिका चुनाव में पालिकाध्क्ष को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता राजेन्द्र विनायका के पक्ष में पार्टी पदाधिकारियों के साथ भारी जनमानस था। लेकिन विधायक गौतम ने अनिल मित्तल को बतौर पालिकाध्यक्ष शहर पर थोप दिया था। अब पालिकाध्यक्ष द्वारा उन तमाम नेताओं की अनदेखी की जा रही है। जिन्होंने विनायका का समर्थन किया। यही वजह रही कि शहर में आयोजित होने वाले तेजा मेले में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष व पार्षद राजेन्द्र विनायका, भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ज्ञानेश्वर व्यास और प्रधान पूजा सैनी को बतौर अतिथि आमंत्रित नहीं किया गया। इतना ही नहीं मेले के किसी भी कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और पूर्व विधायक गोपाल धोबी, पूर्व पालिकाध्यक्ष रतन लाल नायक और पूर्व प्रधान रिंकू कंवर को भी कोई तरजीह नहीं दी गई है। दिलचस्प तथ्य यह है कि पूर्व पालिकाध्यक्ष रतन लाल नायक को बीस दिन के भीतर ही गायब कर दिया गया। इससे इतर शहर में जहां कहीं भी मेले के आयोजन को लेकर होर्डिंग लगाए गए हैं। उनमें पालिका प्रशासन द्वारा पालिका उपाध्यक्ष की ना तो फोटो लगाई गई है और ना ही उनका नाम दिया गया है। वरिष्ठ नेताओं की इस अनदेखी से भाजपा के आम कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढता जा रहा है। वहीं लोगों में इस अनदेखी को लेकर गजब की कानाफूसी है। स्थानीय विधायक गौतम द्वारा समय रहते इस मामले में दखल नहीं किया गया तो आने वाले समय में उन्हें इसके राजनीतिक नुकसान उठाने पड़ सकते है।
