जहां हम आज बड़े ही धूमधाम से मदर्स डे मना रहे हैं और मनाए भी क्यों नहीं जिस माँ ने हर गम सहकर हर दर्द सहकर हमें दुनिया की हर खुशी दी है ऐसी मां का सम्मान के लिए हम आज मदर्स डे मना रहे हैं वैसे मां को प्यार करने का कोई दिन नहीं होता मां तो खुद ही प्यार का नाम होती है लेकिन आज एक मां अपने बेटों से अपने आप को बचाने के लिए चिल्ला रही है ,रो रही है वो माँ हमारी धरती मां है धरती मां अपने बेटों से चिल्ला चिल्ला कर कह रही है मैंने तुम्हें हर खुशियां दी ,हर वो चीज दी है जो तुमने मुझसे मांगी लेकिन आज मुझे अवैध खनन करके मारा जा रहा है जगह-जगह अवैध खनन किया जा रहा है मेरे शरीर में बड़े-बड़े गड्ढे किए जा रहे हैं। मैं चिल्ला रही हूं कोई मुझे बचा लो कोई मुझे बचा लो लेकिन मेरा दर्द सुनने वाला कोई नहीं है दोस्तों पुष्कर के निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे मिट्टी के अवैध खनन को रोकने के लिए मदर्स डे के दिन धरती मां की फरियाद लिख रहा हूं निवेदन करना चाहता हूं पुष्कर के प्राकृतिक सौंदर्य को बचाएं पुष्कर के आसपास हो रहे अवैध खनन को रोकिए ।
(अजयसिंह सिसोदिया- 8233796673)
