अजमेर के अस्पताल में भीषण गर्मी और पानी की कमी से 5 घंटे में 6 नवजातों की मौत हो गयी…
जीवन के शुरुआती क्षणों में चली गयी ये जिंदगियां बचाई जा सकती थीं, सिर्फ व्यवस्था की आवश्यकता थी लेकिन इस अस्त-व्यस्त-मस्त सरकार में पुख्ता प्रबंधों के बारे में सोचना भी बेमानी है…
क्या इसी तरह राजे सरकार शिशु मृत्यु दर को कम करने का प्लान बना रही है….?
lokesh sharma
