दिन गुरूवार को अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी ने अपने शास्त्रीपुरम देहतोरा स्थित कार्यालय पर एक मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमे अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी ने अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय अग्रणी भूमिका निभाने के लिए उनकी याद मैं केंद्र सरकार द्वारा जनपद उन्नाव जनपद मैं 23 दिसंबर को डाक टिकट जारी करने के लिए धन्यवाद दिया। अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के सम्पादक मानसिंह एडवोकेट राजपूत ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास ऐसे वीरों कि कहानियों से भरा पडा है जिनके योगदान को कोई मान्यता नहीं मिली है। 23 दिसंबर को भारत सरकार ने ऐसे ही वीर शहीद गुलाब सिंह लोधी को मान्यता दी है। अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी केंद्र सरकार का बहुत-बहुत आभार प्रकट करती है।
अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी के उपसम्पादक ब्रह्मानंद राजपूत ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समय शहीद गुलाब सिंह लोधी ने लखनऊ के जुलूस का नेतृत्व किया। जो अगस्त 1935 मैं मैं तिरंगा झंडा फहराने के लिए अमीनाबाद पार्क कि तरफ बढ रहा था। झंडा फहराने से रोकने के लिए अग्रेजी सिपाहियों ने पार्क को घेर लिया। शहीद गुलाब सिंह लोधी सैन्य बल कि परवाह किये बिना ही तिरंगे को हाथ मैं लेकर एक पेड पर चढ गए। जव शहीद गुलाब सिंह लोधी पेड पर तिरंगे को फहरा रहे थे तभी एक अंग्रेज अधिकारी ने उन्हें गोली से मार दिया। तभी से शहीद गुलाब सिंह लोधी का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास मैं स्वर्णिम अक्षरों से लिख गया। उन्होने कहा कि केंद्र सरकार ने उन पर डांक टिकट जारी कर अपने तिरंगे को सम्मान दिया है। क्योकि शहीद गुलाव सिंह लोधी अपने तिरंगे कि आन बान शान के लिए शहीद हो गए।
इस मीटिंग मैं अखिल भारतीय लोधी राजपूत टेलीफोन डायरेक्टरी की समस्त कार्यकारिणी ने भाग लिया। और केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया इस अवसर पर अरब सिंह राजपूत, पवन राजपूत दिनेश लोधी, मोरध्वज राजपूत, विष्णु लोधी, लोकेश लोधी आदि उपस्थित रहे। -प्रभंजन साकेत
